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मझौली 29 सितम्बर। लोक सेवक के पद का प्रतिरूपण कर कपट पूर्वक आशय से लोक सेवक की वर्दी एवं टोकन धारण कर दुर्पयोग कर वसूली करने वाले आरोपी के विरुद्ध थाना मझौली में अपराध पंजीबद्ध किया गया। पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा के निर्देशन तथा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कुसमी सुश्री रोशनी ठाकुर के मार्गदर्शन में तथा चौकी प्रभारी मड़वास उनि केदार परौहा के नेतृत्व में मझौली पुलिस ने लोक सेवक के पद का प्रतिरूपण कर कपट पूर्वक आशय से लोक सेवक की वर्दी एवं टोकन धारण कर दुर्पयोग कर वसूली करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया गया। पुलिस के अनुसार थाना प्रभारी मझौली को दिनांक 28 सितंबर 2024 जरिये मुखविर सूचना मिली कि ग्राम माटा मुनगहा टोला में काशीराम साकेत के कियोस्क दुकान के सामने पुलिस की वर्दी पहने हुए एक फर्जी पुलिस वाला मोटर साइकिल लेकर खडा है। उक्त मुखविर सूचना से वरिष्ट अधिकारियों को अवगत कराया जाकर मुखविर सूचना की तस्दीक हेतु मुखविर के बतायेनुसार ग्राम माटा मुनगहा टोला में काशीराम साकेत के कियोस्क दुकान के पास पहुंचे और देखे तो मुखविर द्वारा प्राप्त सूचना अनुसार काशीराम साकेत के कियोस्क दुकान के सामने एक व्यक्ति उम्र करीबन 22-23 वर्ष का पुलिस की खाकी वर्दी पहने हुए मिला। उक्त व्यक्ति खाकी फुल बांह की वर्दी जिसके दोनो कंधो पर मप्र पुलिस का बैच लगा हुआ। दाहिने जेब में रामकुमार भारती का नेम प्लेट तथा वर्दी में व्हीसिल कार्ड व बाये बाजू में लेनयार्ड की मोनो लगी हुई एवं खाकी फुल पैन्ट, कमर में काला बेल्ट जिसमें सामने मप्र पुलिस का बक्कल युक्त, काला जूता एवं खाकी मोजा पहना हुआ मिला। जिससे नाम पता पूंछा गया तो अपना नाम रामकुमार साकेत पिता बृजलाल साकेत उम्र 23 वर्ष साकिन चरकवार थाना ब्यौहारी जिला शहडोल मप्र का होना बताया। जिससे संदेही उक्त को नोटिस देकर वैध रूप से वर्दी धारण करने एवं भर्ती सर्टीफिकेट की मांग की गई। परंतु कोई वैध कागजात प्रस्तुत नहीं किया। वहीं पर मौजूद कियोस्क संचालक काशीराम साकेत ने बताया कि यहीं व्यक्ति मुझसे 10 माह पहले पुलिस की वर्दी पहनकर आया और पुलिस का रौब दिखाकर 3500 रूपये अपने खाते में डलवाया था। आज पैसा मांगा तो पुलिस का धौंस दिया कि मैं थाना में बंद करवा दूंगा। जिससे संदेही का यह कृत्य लोक सेवक के पद का प्रतिरूपण कर कपट पूर्वक आशय से लोक सेवक की वर्दी एवं टोकन धारण कर दुर्पयोग कर धारा 204, 205, बीएनएस 2023 के तहत दण्डनीय अपराध पाये जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया है।