नोटों के सोर्स वालों की जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग से होती है भर्तियां..

० जिला अस्पताल सीधी की आउटसोर्सिंग भर्ती एजेन्सी सेडमैप से अस्पताल प्रबंधन द्वारा सेटिंग कर भर्ती कराने का क्या होता है खेल!

 

नवभारत न्यूज

सीधी 28 सितम्बर। जिला अस्पताल सीधी के आउटसोर्सिंग भर्ती एजेन्सी सेडमैप से अस्पताल प्रबंधन द्वारा सेटिंग कर भर्ती कराने का क्या खेल होता है! नोट के सोर्स वालों की जिला अस्पताल में आउटसोर्सिंग से भर्तियां होती हैं…? यह बड़ा सवाल उठ रहा है।

 

बताते चलें कि जिला अस्पताल के तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ.देवेन्द्र सिंह द्वारा 30 सितम्बर 2022 को 6 सदस्यीय कमेटी का गठन कर रचना सिंह, कामिनी सिंह, विनीत सिंह एवं संदेश सिंह से सीधे आवेदन प्राप्त कर नियुक्ति कर दी गई। जबकि दिनांक 3 अक्टूबर 2022 को कलेक्टर द्वारा टीप लिखी गई थी कि आउटसोर्स के माध्यम से स्टाफ की पूर्ति की जाय। उक्त नियुक्ति के संबंध में शिकायत प्राप्त होने पर कलेक्टर द्वारा 9 मई 2023 को 4 सदस्यीय कमेटी गठित की गई। जांच कमेटी में सीईओ जिला पंचायत, एसडीएम गोपदबनास, आरएमओ एवं अन्य शामिल थे। जांच कमेटी ने पाया कि तत्कालीन सिविल सर्जन द्वारा सीधे आवेदन प्राप्त कर भर्ती प्रक्रिया को पूरी करायी गयी है। जिस पर कलेक्टर ने दिनांक 22 जनवरी 2024 को कार्रवाई के लिये निर्देशित किया।

जिस पर तत्कालीन प्रभारी सिविल सर्जन दीपारानी इसरानी द्वारा सभी नियुक्तियों को अपने हस्ताक्षर से 25 जनवरी 2024 को निरस्त कर दिया गया। फिर हेल्पडेस्क के नये कर्मचारियों में सेडमैप के माध्यम से शाहरूप खान, हेममणि शर्मा, सूरज सिंह, संदीप कुमार पटेल को नियुक्ति कर दिया गया। उक्त कार्रवाई पर सभी निष्कासित कर्मचारियों ने हाईकोर्ट जबलपुर में याचिका डब्ल्यूपी क्रमांक 3150/2024 दायर कर दिये। निष्कासित कर्मचारियों द्वारा प्रभारी सिविल सर्जन एवं सहायक प्रबंधक पंकज सिंह बघेल पर गंभीर आरोप लगाये गये हैं।

 

सिविल सर्जन सहित 4 लोगों पर लग चुका है लेन-देन का आरोप

 

जिला अस्पताल में पूर्व में आउटसोर्स कम्पनी के माध्यम से हेल्पडेस्क के 4 कर्मचारियों की नियुक्ति में नियमों का पालन न होने का तथ्य गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट में सामने आया था। जांच कमेटी ने कहा था कि निष्कासित कर्मचारियों के प्रतिवेदन में यह प्रतीत होता है कि भर्ती और निष्कासन की प्रक्रिया में चार विभागीय अमला शामिल है। जिसमें सहायक ग्रेड-2 बालेन्द्र बहादुर सिंह, प्रभारी सिविल सर्जन दीपारानी इसरानी एवं सहायक प्रबंधक पंकज सिंह बघेल, सेडमैप प्रभारी इसराइल खान पर लेन-देन का आरोप लगाया गया है।

००

सेडमैप हेड के सस्पेंड होने से रूकी है भर्ती प्रक्रिया

 

सेडमैप के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग में आवश्यक पदों पर भर्ती हो रही थी। भर्ती को लेकर जो प्रक्रिया अपनाई जा रही थी उसको लेकर आरंभ से ही विरोध हो रहा था और सवाल भी खड़े हो रहे थे। विभागीय सूत्रों का कहना है कि संस्था प्रमुख आवश्यक पदों पर भर्ती से पहले ही आवश्यक लेन-देन कर लेते थे। बाद में इन्हीं नामों को आउटसोर्स कम्पनी को भेज दिया जाता था। सेडमैप के माध्यम से बाद में कमेटी गठित करने की औपचारिकता होती थी और भेजे गये नामों पर ही मोहर लग जाती थी। इस तरह का खेल काफी समय से चल रहा था। प्रदेश भर से शिकायतें मिलने पर सेडमैप हेड का निलंबित कर दिया गया है जिसके चलते भर्ती प्रकिया भी रूक गई है।

 

जिला अस्पताल में करीब 1 दर्जन होनी है भर्तियां

 

जिला अस्पताल सीधी में आउटसोर्स कम्पनी के माध्यम से करीब एक दर्जन पदों पर भर्तियां होनी हैं। इसके लिये हलचलें भी तेज थीं। संबंधित अभ्यर्थी भी अपनी भर्ती सुनिश्चित कराने के लिये लगातार दौड़-धूप कर रहे थे। सूत्रों का कहना है कि आउटसोर्स कम्पनी सेडमैप के माध्यम से यह भर्ती होनी थी। सेडमैप को यहां से आवेदकों के बायोडाटा एवं आवश्यक कागजात भेजने के लिये सभी तैयारियां पूर्ण हो चुकी थीं। बाद में मालूम पड़ा कि भर्ती प्रक्रिया में मनमानी करने के आरोप पुख्ता तौर पर सामने आने पर सेडमैप हेड भोपाल को निलंबित कर दिया गया। जिससे भर्ती प्रक्रिया ही फिलहाल रूक गई।

००

इनका कहना है

 

जिला अस्पताल में पूर्व में आउटसोर्स से 4 कर्मचारियों की भर्ती अवैधानिक होने से जांच में निरस्त हो गई हैं। इनके स्थान पर नियमानुसार दूसरी भर्ती भी हो चुकी है। अब 8-10 नियुक्तियां विभिन्न पदों के लिये आउटसोर्स के माध्यम से फिर होनी है लेकिन आउटसोर्स हेड के निलंबित हो जान से यह प्रक्रिया रूक गई है।

डॉ.दीपारानी इसरानी, सिविल सर्जन, जिला अस्पताल सीधी

जिला अस्पताल में यदि आउटसोर्स के माध्यम से भर्ती होनी है तो उसके लिये अनुभव के आधार पर जिला स्तर से अभ्यर्थियों के नाम उनके यहां भेजे जा सकते हैं किन्तु चयन के लिये हमारी कमेटी परीक्षण के बाद ही अंतिम निर्णय करती है।

पी.के.श्रीवास्तव, नोडल आफीसर, सेडमैप भोपाल

०००००००००००००००

Next Post

पति और देवर को आजीवन कारावास की सजा

Sat Sep 28 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email नवभारत न्यूज रीवा, 28 सितम्बर,समान थाना अन्तर्गत एक नव व्याहता की मौत के मामले में चतुर्थ अपर सत्र न्यायाधीश श्रीमती पद्मा जाटव के न्यायालय ने मामले मे दोनो पक्ष को सुनने के बाद आरोपियों को आजीवन कारावास […]

You May Like

मनोरंजन