झाबुआ। स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में २६ सितंबर को उप पुलिस महानिरीक्षक (ग्रामीण रेंज) इंदौर निमिष अग्रवाल एवं पुलिस अधीक्षक पद्म विलोचन शुक्ल द्वारा क्राइम मीटिंग ली गई। उप पुलिस महानिरीक्षक ने लंबित अपराधों एवं शिकायत की समीक्षा करते हुए त्वरित निराकरण करने व पेंडेंसी कम करने के उद्देश्य से सभी एसडीओंपी एवं थाना व चौकी प्रभारियों से सभी अनसुलझे व लंबित मामलों पर चर्चा कर निकाल हेतु महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिये। साथ ही उप पुलिस महानिरीक्षक द्वारा नये कानून के तहत पंजीबद्ध प्रकरणों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिये। इस दौरान उप पुलिस महानिरीक्षक द्वारा थाना कोतवाली का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। मीटिंग के दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा महिला संबंधी अपराधों एवं शिकायत पत्रों पर किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतने के कड़े निर्देश दिये। जिले में लंबित समंस, वारंटों एवं सीएम हेल्पलाईन शिकायतों की समीक्षा की गई। साथ ही गुम नाबालिकों की पतारसी व दस्तयाब कर प्राप्त साक्ष्य के आधार पर वैधानिक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। थाना क्षेत्र के बदमाशों पर सतत निगाह रखते हुए उनकी सक्रियता पाए जाने पर विधिवत प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने एवं असामाजिक गतिविधियों जैसे मादक पदार्थों की बिक्री एवं सेवन, अवैध आर्म्स, जुआ-सट्टा में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध अभियान चलाकर वैधानिक कार्यवाही कर उनकी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिये। उक्त क्राईम मीटिंग में अति. पुलिस अधीक्षक पीएल कुर्वे, एसडीओपी झाबुआ रूपरेखा यादव, पेटलावद सौरभ तोमर, उप पुलिस अधीक्षक कमलेश शर्मा, उप पुलिस अधीक्षक गिरीश कुमार जेजुरकर एवं जिले के समस्त थाना प्रभारी एवं चौकी प्रभारी उपस्थित थे।
२६ झाबुआ-१- आयोजित क्राइम मीटिंग