तिरुपति के लड्डू विवाद के बीच नवभारत ने उज्जैन में की पड़ताल
प्रतिदिन 40 मि्ंटल भोग प्रसाद निर्मित
फाइव स्टार रेटिंग और सैफ भोग सर्टिफिकेट शुद्धता का प्रमाण
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकालेश्वर मंदिर में 40 मि्ंटल लड्डू भोग प्रसाद प्रतिदिन निर्मित किया जाता है. लड्डू की शुद्धता का पैमाना खाद्य विभाग द्वारा जांचा जाता है, साथ ही लेब से टेस्ट होकर आए सांची के घी का उपयोग लड्डू प्रसाद को निर्मित करने में होता है। महाकाल मंदिर में आए हुए श्रद्धालुओं को जो लड्डू प्रसाद उपलब्ध कराया जाता है उसके लिए सेफ भोग सर्टिफिकेट से लेकर 5 स्टार रेटिंग का अवार्ड प्राप्त हो चुका है.
दरअसल तमिलनाडु के तिरुपति बालाजी मंदिर में एक नया विवाद छिड़ गया है, जिसमें वहां के लड्डू भोग प्रसाद में मिलावट होने की बात मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने जब कहीं तो इसको लेकर दुनिया भर में हड़कंप मच गया. पूर्व की प्रदेश सरकार पर सीएम नायडू ने जो आरोप लगाए उसको लेकर मध्य प्रदेश में भी आरोप -प्रत्यारोप का दौर प्रारंभ हो गया. नवभारत ने लड्डू की शुद्धता को लेकर उज्जैन महाकाल मंदिर की लड्डू यूनिट का चिंतामण जवासिया में जायजा लिया.
नया प्लांट हो रहा तैयार
उज्जैन में जल्द ही अत्याधुनिक प्लांट में तैयार होगा. इस प्लांट के लिए महाकाल अन्न क्षेत्र के पास नई बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. लड्डू प्रसाद के लिए ऑटोमेटिक यूनिट डाली जा रही है. विकास प्राधिकरण को निर्माण एजेंसी नियुक्त किया गया है.
60 कर्मचारियों की लड्डू निर्माण में ड्यूटी
नवभारत से चर्चा में लड्डू शाखा के प्रभारी कमलेश तिवारी ने बताया कि महाकाल मंदिर समिति द्वारा परिसर स्थित काउंटरों से देशी घी से निर्मित लड्डू प्रसाद का विक्रय किया जाता है. 400 रुपये प्रति किलो मिलने वाले लड्डू प्रसाद की देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं में बड़ी मांग है. वर्तमान में चिंतामन जवासिया स्थित श्री महाकालेश्वर वैदिक शोध संस्थान भवन में निर्माण इकाई स्थापित है. यहां 30 हलवाई व 30 कर्मचारियों द्वारा हाथ से लड्डू प्रसाद बनाया जाता है.
आधा दर्जन से अधिक सामग्री से लड्डू तैयार
भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद शुद्ध घी और बेसन से निर्मित कर विक्रय किया जाता है। प्रतिदिन 40 से 50 मि्ंटल लड्डू बनता है. पर्व के दिन अलग से बनाया जाता है. यह लड्डू प्रसाद 100 ग्राम, 200 ग्राम, 500 ग्राम और 1 किलो के पैकेट में उपलब्ध रहते हैं. भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद 400 रुपए किलो में मिलता है. शक्कर का बुरा, इलायची , सांची घी, रवा ,बेसन ,काजू किशमिश से लड्डू तैयार होते हैं।
करोड़ों के लड्डू बिकते हैं, हलवाई का शुल्क 6 रुपये प्रति किलो
सावन व शिवरात्रि, नाग पंचमी, वह अन्य प्रमुख पर्वों पर करोड़ों का लड्डू प्रसाद महाकाल मंदिर में आए श्रद्धालु ले जाते हैं. महाकाल के लड्डू प्रसादी यूनिट को हाइजिन फाइव स्टार रेटिंग एफएसएसएआई की तरफ से मिली है. भारतीय खाद्य सुरक्षा मानक प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा महाकाल मंदिर के लड्डू भोग प्रसाद के लिए सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया है. यहां लड्डू निर्माण करने का तरीका हाइजीनिक है, शुद्धता के बावजूद महाकाल मंदिर प्रबंध समिति नो प्रॉफिट नो लॉस पर लड्डू श्रद्धालुओं तक पहुंचती है. इधर लड्डू निर्मित करने के लिए ठेका दिया गया है जिसमें हलवाई राजेश सोलंकी की टीम लड्डू को निर्मित करती है. ठेकेदार द्वारा 6 रुपये किलो के हिसाब से शुल्क लिया जाता है