० किसानों की मांगों को लेकर कांग्रेस ने निकाली न्याय यात्रा ट्रैक्टर रैली, राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
नवभारत न्यूज
सीधी 20 सितम्बर। किसानों को उनकी फसलों का उचित मूल्य दिलाने सहित उनकी विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह की अगुवाई एवं सीधी की प्रभारी श्रीमती कविता पाण्डेय की विशेष उपस्थिति और वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं के साथ में कांग्रेस पार्टी ने किसान न्याय यात्रा और ट्रैक्टर रैली का आयोजन कर राज्यपाल के नाम का ज्ञापन कलेक्टर के माध्यम से सौंपा।
किसान एवं कांग्रेस कार्यकर्ता भारी संख्या में जमोड़ी तोरणद्वार से रैली के माध्यम से रवाना होकर नया बस स्टैण्ड, कॉलेज रोड होते हुए कलेक्ट्रेट के सामने अम्बेडकर चौक पर पहुंचकर धरना दिया तथा सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ज्ञान सिंह में भाजपा सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि मोदी सरकार ने किसानों को एमएसपी की गारंटी दी थी लेकिन मोदी की सारी गारंटी फेल हो गई। पूरे देश का किसान आंदोलन करके अपनी फसलों का उचित मूल्य चाहता है लेकिन भाजपा की मोदी सरकार किसानों के आंदोलन को बलपूर्वक दबाना चाहती है लेकिन देश का अन्नदाता झुकने वाला नहीं है, कांग्रेस पार्टी किसानों के साथ पूरी ताकत के साथ खड़ी है। विधानसभा चुनाव में भाजपा ने सोयाबीन के दाम 6000 रुपए गेंहू के दाम 2700 रुपए और धान के दाम 3100 रुपए देने का वादा किया था लेकिन आज तक किसानों से किया अपना वादा पूरा नहीं किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कार्यक्रम प्रभारी श्रीमती कविता पाण्डेय ने कहा कि देश और प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों के साथ किए वादे को निभाने में नाकाम रही है। चुनावो के समय लंबे-लंबे और लुभावने वादे किसानों को किए गए थे लेकिन जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बन गई तो वादा खिलाफी पर सरकार उतारू हो गई है। किसानों को उनकी फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। कम दाम पर किसान अपनी फसल को बाजार में बेच रहे हैं।
धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को पूर्व अध्यक्ष आनंद सिंह, विधायक प्रतिनिधि चुरहट भारत सिंह, महिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती कमलेश सिंह, वरिष्ठ महामंत्री पार्षद विनोद मिश्रा, युवा कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह दादू, महामंत्री ज्ञानेन्द्र अग्निहोत्री, संभागीय प्रवक्ता प्रदीप सिंह दीपू, ब्लॉक अध्यक्ष अम्बिकेश पाण्डेय, किसान कांग्रेस अध्यक्ष प्रफुल्ल पाण्डेय, कांग्रेस नेता मनोज कोल ने भी संबोधित कर किसानों की मांगों को उठाया। धरना कार्यक्रम का संचालन उपाध्यक्ष दिनेश पाठक द्वारा किया गया। उक्त आशय की जानकारी जिला प्रवक्ता पंकज सिंह ने दी।
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ज्ञापन में ये रही प्रमुख मांगे
ज्ञापन में शामिल प्रमुख मांगों में सोयाबीन के दाम 6000 रुपए, गेहूं के दाम 2700 रुपए और धान के दाम 3100 रुपए प्रति क्विंटल (एमएसपी) की जाए। किसानों की सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए। किसानों को फसलों की सिंचाई के लिए मुफ्त बिजली उपलब्ध कराई जाए। किसानों का कर्ज माफ किया जाए एवं किसानों के पुराने बिजली बिल माफ किए जाएं। किसानों को सिंचाई के लिए न्यूनतम 16 घंटे कटौती रहित बिजली उपलब्ध कराई जाए। बिजली विभाग द्वारा मनमानी तरीके से किसानों के बोरवेल में लगे पम्पों के लोड चेंज किए जा रहे हैं दो हॉर्स पावर के पंपों को भी तीन या चार हॉर्स पावर का बताया जा रहा है और मनमानी बिजली के बिल जारी हो रहे हैं, इस प्रक्रिया पर रोक लगाकर जांच करके किसान की सहमति से लोड बढ़ाया जाए एवं पूर्व में जारी बिजली के बिलों में सुधार किया जाए। खाद बीज की उपलब्धता सहकारी समिति के माध्यम से सुनिश्चित की जाए । पूर्व के वर्षों में अल्पवर्षा और अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसल का नुकसान हुआ था जिसके मुआवजे की मांग जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा की गई थी, सरकार ने सर्वे की घोषणा भी की थी लेकिन आज तक किसानों को मुआवजा राशि नहीं प्राप्त हुई। मुआवजा राशि दिलाई जाए। जिले में सरकारी खरीदी केन्द्र कई जगहों पर गांव से बहुत दूर स्थित होते हैं ऐसे में अपनी फसल को केन्द्र तक ले जाने में किसानों को ज्यादा खर्च करना पड़ता है जिससे उन्हें आर्थिक हानि होती है अत: पांच पंचायत पर एक सरकारी खरीदी केन्द्र बनाकर धान एवं गेंहू के सरकारी खरीदी केन्द्र की संख्या बढ़ाई जाए।
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