मामला वार्ड 38 और 39 का
करते हैं आते-जाते लोगों पर हमला
इंदौर: शहर में श्वानों की तादाद बढ़ रही है, आए दिन डॉग बाइट की घटनाएं बढ़ती जा रही है. वहीं नगर निगम आवारा श्वानों पर आज तक कंट्रोल नहीं कर पाई.एक साथ दो वार्डो में आवारा श्वानों की समस्या देखने को मिली है. वार्ड क्रमांक 38 और 39 शहर का बड़ा क्षेत्र है, इन वार्डो के अंदर मध्य और निम्न वर्ग की बस्ती भी बसी हुई है. पिछले कुछ समय से इन वार्डो में आवारा श्वानों की तादाद बढ़ती दिखाई दे रही है. 39 के खिजराबाद कॉलोनी की बात करें तो यहां की गलियों में श्वानों का आतंक मचा हुआ है. आते-जाते लोगों पर हमला कर रहे हैं. कई बार तो छोटे बच्चों पर भी इन आवारा श्वानों ने हमला किया. क्षेत्र में डॉग बाइट की दहशत से महिलाओं का घरों से निकलना दुश्वार हो चला हैं. दोनों वार्ड करीब होने से आवारा श्वानों गली गली घूमते हैं. अगर आंकड़ों पर ध्यान दिया जाए तो पिछले दो वर्षों में क्षेत्र में 30 प्रतिशत डॉग बाइट के केस बढ़े हैं. डॉग बाइट की यह घटना गंभीर है जिस पर नगर निगम अपनी और से तवज्जो नहीं दे रहा.
काटने पर तुरंत करें यह काम
अगर किसी के साथ डॉग बाइट की अचानक घटना होने पर तत्काल यहां करें. कटे हुए जख्म को जल्दी से जल्दी साफ करें. पानी लगाने से न डरें.
घाव को क्लीन करने के बाद उस पर एंटीसेप्टिक लगाएं. तब तक खून का बहाव कम हो जाना चाहिए. अब तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
इनका कहना है
आवारा श्वान यहां खड़े चार पहिया वाहनों के नीचे घुसकर बैठ जाते हैं और फिर कोई आता जाता है तो उसे पर हमला कर देते हैं. किस्मत रहते बच गया तो ठीक वरना अस्पताल तो जाना है.
– मोहम्मद वाजिद
पुरुष तो जैसे-तैसे अपनी जान बचा लेते हैं. इन आवारा श्वानों के हमले से
बच्चे और महिलाओं को ज्यादा खतरा है और अक्सर यही होता आ रहा है. क्षेत्र में यहां मुसीबत बना हुआ है.
– शमीम बी
जब नगर निगम ने आवारा पशुओं से शहर को मुक्त किया है तो वह आवारा शान पर काबू क्यों नहीं कर रही. सरकारी अस्पताल में देखो तो डॉग बाइट के पेशेंट की लाइन लगी रहती है.
– अफजल खान