सियासत
भाजपा का संगठन इसलिए मजबूत है क्योंकि वो अपने कार्यकर्ताओं को लगातार मैदान में सक्रिय रखती है. सदस्यता अभियान के बहाने भाजपा ने लगातार परिवारों, विभिन्न संगठनों, विभिन्न प्रकार के प्रोफेशनल्स इत्यादि से संपर्क किया और उन्हें सदस्य बनाया. इस बहाने भाजपा ने इंदौर में एक बार फिर अपनी मैदानी ताकत दिखाई. दरअसल, सदस्यता अभियान के चलते भाजपा इंदौर में इतनी मजबूत हो गई है कि अब कांग्रेस चुनौतियों में है. भाजपा ने 7 लाख सदस्यता का दावा किया है.
यदि वास्तव में तीन लाख भी सदस्य हैं तो भी भाजपा कांग्रेस के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में सामने आई है. दरअसल, भाजपा के सदस्यता अभियान में इंदौर ने मप्र के सभी शहरों को पीछे छोड़ दिया है. भाजपा ने इंदौर में अपना वोट बैंक इतना मजबूत कर लिया है कि कांग्रेस को वहां तक पहुंचने में पसीने छूट जाएंगे. पार्टी हाईकमान ने इंदौर को 4 लाख 11 हजार सदस्य बनाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन भाजपा नेताओं ने मजबूती के अभियान में हिस्सा लिया और नए सदस्यों की संख्या 7 लाख के ऊपर पहुंचा दी. इंदौर के जनप्रतिनिधियों ने भी टारगेट से आगे निकल कर सदस्य बनाए. विधानसभा चुनाव 2023 में पूरे प्रदेश में सर्वाधिक 1 लाख से भी ज्यादा मतों से चुनाव जीतने वाले इंदौर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 के विधायक रमेश मेंदोला ने सदस्यता अभियान में भी पूरे प्रदेश विधायकों को पीछे छोड़ दिया. 1 लाख सदस्य बनाने के करीब पहुंचते हुए उन्होंने 90 हजार सदस्य बना दिए.
सदस्यता अभियान के इंदौर महानगर प्रभारी तथा पूर्व विधायक सुदर्शन गुप्ता और नगर अध्यक्ष गौरव रणदीवे ने जनप्रतिनिधियों व्दारा बनाए गए सदस्यों का पूरा हिसाब किताब निकाल लिया है. उन्होंने बताया की सदस्य बनाने के लिए इंदौर को जो टारगेट मिला था उससे डबल सदस्य बनाकर इंदौर भाजपा पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर रहा. भाजपा ने इंदौर संसदीय क्षेत्र से कुल 9 लाख सदस्यों को पार्टी से जोड़ा है. इसमें शहरी क्षेत्र से 7 लाख और ग्रामीण क्षेत्र से 2 लाख बनाए गए है, प्रदेश का सबसे बड़ा अंक है