करोड़ों रुपए जा रहे पानी में
जबलपुर: स्मार्ट सिटी कार्यालय में बनी मल्टी लेवल पार्किंग पूरी तरह से फ्लॉप साबित हो रही है। यहाँ की सड़कें हर रोज़ वाहनों की अवैध पार्किंग से कराह रही हैं। चाहे चार पहिया वाहन हों या फिर दो पहिया वाहन, सभी तरह के वाहन सड़क के अधिकांश हिस्सों पर कब्जा जमाए रहते हैं। स्मार्ट पार्किंग का निर्माण करते समय यह दावा किया गया था कि मोबाइल एप के जरिए स्मार्ट पार्किंग में स्थान की जानकारी, एडवांस बुकिंग, समय के मुताबिक पार्किंग शुल्क, पार्किंग उल्लंघन की जानकारी सहित ऑनलाइन भुगतान की सुविधा शहरवासियों को दी जाएगी, लेकिन अब ये सारे वादे खोखले साबित हो रहे हैं। अधिकारियों की माने तो खाली पड़ी मल्टी लेवल पार्किंग के पीछे टेंडर समाप्त होना बताया जा रहा है। मल्टीलेवल पार्किंग के आसपास नो पार्किंग जोन 500 मीटर के क्षेत्र को घोषित किया गया था। लेकिन यह आदेश भी हवा हवाई हो चुका है। जिससे जिला प्रशासन को कोई लेना-देना नहीं है।
नही बताई गई कॉस्ट
जब स्मार्ट सिटी अधिकारियों से पुनः टेंडर भरने की कीमत के बारे में पूछा गया तो उनके द्वारा मालूम नहीं करके इस सवाल को टाल दिया गया। उनके द्वारा यह भी बताया गया कि बाकी बचे दो मल्टी लेवल पार्किंग जो सिविक सेंटर और भंवर ताल में स्थित है उनके लिए भी टेंडर प्रक्रिया पूरी की जा रही है। यह मल्टीलेवल पार्किंग दिनभर खाली पड़ी रहती है, दूसरी ओर सड़कों पर कारों की कतार बढ़ती रहती है।
अभी यह हाल
मानस भवन स्थित स्मार्ट सिटी के कार्यालय पर बनी मल्टी लेवल पार्किंग में 37 कारों को एक साथ खड़ा किया जा सकता है। यह पार्किंग 6 लेवल की है और इसके निर्माण में लगभग 2 करोड़ 17 लख रुपए की राशि खर्च हुई थी। हैरानी की बात तो यह है कि करोड़ों खर्च होने के बाद भी सड़कों पर से दोपहिया और चार पहिया वाहन अलग नहीं हो पा रहे हैं।
यह था शुल्क
सूत्रों की माने तो मल्टी लेवल पार्किंग में वाहन रखने के लिए हर 8 घंटे में चार पहिया वाहनो के लिए ₹20 उसके बाद हर अतिरिक्त 1 घंटे में ₹10 की राशि तय की गई थी वही दो पहिया वाहनों के लिए हर 8 घंटे में ₹10 एवं उसके बाद 5 रुपए अतिरिक्त हर घंटे का शुल्क तय किया गया था। अब मानस भवन, सिविक सेण्टर और भवरताल में बनी मल्टीलेवल पार्किंग की ऑक्यूपेंसी उम्मीद के मुताबिक नहीं और इनके इर्द-गिर्द पूरी आजादी के साथ सड़क पर वाहन खड़े हो रहे हैं। कई मायनों में मल्टीलेवल पार्किंग पर करोड़ों का खर्च बेमानी साबित हो रहा है।
फैक्ट फाइल
37 कारों की पार्किंग
06 लेवल में बनी
लागत लगभग 2.17 करोड़
8 घण्टे कार के लिए 20 रुपए
हर अतिरिक्त घण्टा के फिर 10 रुपए
मोटर साइकिल 8 घण्टे का 10 रुपए
फिर हर घण्टे का 5 रुपए
मोटर साइकिल एक माह का पास- 300
कार 1 माह का पार्किंग पास – 1200 रु.
इनका कहना है
जल्द ही सारी मल्टी लेवल पार्किंग के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर दी जाएगी जिससे आम लोगों को राहत मिल सकेगी।
रवि राव, स्मार्ट सिटी अधिकारी