न्यूयॉर्क/नयी दिल्ली,17 सितंबर (वार्ता) अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने यहां मेलविले में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोड़फोड़ की निंदा करते हुए इस मामले को अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के समक्ष उठाया है।
भारतीय वाणिज्य दूतावास ने एक पोस्ट में कहा , “मेलविले में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर में तोडफोड़ अस्वीकार्य है। वाणिज्य दूतावास न्यूयार्क में भारतीय समुदाय के संपर्क में है और इस जघन्य कृत्य के अपराधियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई के लिए अमेरिकी कानून प्रवर्तन अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाया है।”
न्यूयॉर्क सांसद टॉम सुओज़ी ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा , “इस तरह की हरकतें गैर-अमेरिकी हैं और हमारे राष्ट्र के मूल मूल्यों के विपरीत हैं। मेलविले में बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को निशाना बनाकर की गई बर्बरता की घृणित हरकतों से मैं स्तब्ध हूँ। इस तरह की हरकतें गैर-अमेरिकी हैं और हमारे राष्ट्र के मूल मूल्यों के विपरीत हैं।”
सांसद ब्रायन फिट्ज़पैट्रिक ने कहा कि इस तरह के हमलों को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा और इसके लिए ज़िम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा , “पूजा स्थलों पर हमले हमारे सबसे बुनियादी मूल्यों पर हमले हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। हम अपने हिंदू-अमेरिकी समुदाय के साथ मजबूती से खड़े हैं और बिना किसी अपवाद के हिंसा और घृणा के सभी रूपों की निंदा करते हैं। पूरी जांच होनी चाहिए और न्याय को तेजी से पूरा किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाये।
ओहियो सीनेट में स्टेट सीनेटर नीरज अंतानी ने ‘एक्स’ पर अपनी पोस्ट में इस बर्बरता की निंदा करते हुए इसे “हिंदूफोबिया की एक और घृणित घटना” बताया। उन्होंने कहा “मैं मेलविले, न्यूयार्क में बीएपीएस हिंदू मंदिर पर हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए और कानून के अनुसार उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए। यह हमारे देश में हिंदूफोबिया की एक और घृणित घटना है। हमें इस नफरत का मुकाबला करने के लिए एक साथ खड़ा होना चाहिए।”