विद्यालयों में किया गया अवकाश घोषित, नदी-नाले उफान पर, कुछ लोगो को पहुंचाया गया राहत शिविर में
नवभारत न्यूज
रीवा, 17 सितम्बर, दो दिन से हो रही झमाझम बारिश के चलते शहर के मोहल्लो में पानी ही पानी हो गया है. दर्जन भर से अधिक मोहल्लो में जल भराव की स्थित निर्मित होने पर राहत का कार्य शुरू किया गया. लोगो ने पानी निकासी के स्थान पर अवैध कब्जा कर रखा, जिसके चलते बरसात का पानी लोगो के घरो में घुसा. नेहरू नगर सहित कई ऐसी वीआईपी कालोनियां रही जहां घुठने से ऊपर पानी सडक़ो में रहा.
जिले भर में अच्छी वर्षा दो दिन के अंदर हुई है, एक दिन में 100 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है जो कि अब तक की सबसे ज्यादा वर्षा है. नदी नाले उफान पर आ गए है, बीहर एवं बकिया बराज के गेट खोल दिये गये है. साथ ही बाणसागर डैम के भी गेट खोले गए है. मानसून दो दिन से विंध्य में सक्रिय है सोमवार को जहा झमाझम बारिश से शहर की नालियां उफान पर आ गई. वही मंगलवार को दिन भर हुई बारिश के चलते कालोनियो में घुठने तक पानी भर गया. स्कूली बच्चे एवं कालोनी के लोग पानी से निकल कर घरो तक पहुंचे. सबसे ज्यादा स्थिति वार्ड क्रमांक 13 नेहरू नगर, रतहरा, समान, वार्ड क्रमांक 14 में खराब रही. यहा लोगो के घरो के अंदर पानी घुस गया. यही हाल इंदिरा नगर में भी रहा. वार्ड 12 में पानी निकासी न होने के कारण लोगो के घरो के अंदर पानी घुस गया. रतहरा और रतहरी की स्थिति खराब रही. घरो के अंदर पानी जाने से लोगो का सामान नष्ट हो गया और दिन भर लोग पानी निकालते रहे. वार्ड 14 संजय नगर में घुठने तक पानी भरा रहा, पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण सडक़ में पानी भरा रहा, लोग निकलने के लिये परेशान रहे. धोबिया टंकी चौराहे में घुठने तक पानी भरने से लोग परेशान रहे. आधे शहर में जलमग्न की स्थित निर्मित हो गई. वार्ड 44 चिरहुला कालोनी में भी पानी भरने की समस्या सामने आई. दिन भर लोग जल भराव से जूझते रहे.
नगर निगम का अमला जूझता रहा
रात से ही झमाझम बारिश हो रही थी और जल स्तर तेजी से बढ़ा. शहर के अंदर दर्जन भर ऐसे वार्ड रहे जहा पानी भरने से लोगो को नुकसान हुआ. खाली मैदान में पानी भरा उसके बाद सडक़ और लोगो के घरो के अंदर घुस गया. दरअसल पानी निकासी के लिये लोगो ने जगह नही छोड़ी, जिसके कारण जल भराव की स्थित निर्मित हुई. सुबह से नगर निगम का अमला जेसीबी लेकर पानी निकासी में लगा रहा. दिन भर रूक-रूक कर बारिश होती रही. नेहरू नगर में जेसीबी के द्वारा नाली बनाकर पानी निकासी कराई गई, यही हाल अन्य मोहल्लो में रहा. जल भराव से लोग परेशान रहे.
अतिक्रमण बना सबसे बड़ा कारण
दो दिन से लगातार बारिश हो रही है जिससे जल भराव की स्थित निर्मित हुई है, इसमें कोई संदेश नही है. कई ऐसे वार्ड है जहां पर हर वर्ष ज्यादा वर्षा होने पर जल भराव की स्थित निर्मित होती है. लोगो ने पानी निकासी के स्थान पर अतिक्रमण कर रखा है नालियां तक नही छोड़ी है. जिसके कारण पानी अब लोगो के घरो में घुस रहा है. खाली जो मैदान पड़े थे वहा घर बना लिये गये, ऐसे में पानी निकलते तो निकले कहा से, ऐसे में स्वभाविक है कि लोगो के घरो में ही घुसेगा. कई जगह नाली बंद थी सफाई न होने के कारण नालियां उफान पर आ गई.
ननि आयुक्त पहुंचे वार्डो में जायजा लेने
नगर निगम आयुक्त डा0 सौरभ सोनवणे जल भराव वाले मोहल्लो का निरीक्षण कर पानी निकासी के निर्देश दिये और लोगो से मिलकर समस्या जानी. उन्होने बताया कि निराला नगर बस्ती में पानी भरने से कुछ लोगो को राहत शिविर में भेजा गया है और रानी तालाब में निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त नाला बनाने की बात सामने आई है. इसके साथ ही वार्ड 10 और 15 में भी जल भराव की स्थित का जायजा लेने के साथ आवश्यक दिशा निर्देश अधिकारियों को दिये गये है. शहर में अलग-अलग राहत शिविर बनाये गये है.
18 सितंबर को विद्यालयों में अवकाश घोषित किया
जिले में हो रही अत्यधिक वर्षा को देखते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने 18 सितंबर को जिले के सभी शासकीय एवं अशासकीय विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है. शासन द्वारा पूर्व में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार कक्षा 9 से 12वीं तक 18 सितंबर को होने वाली परीक्षा की तिथि भी पृथक से घोषित की जायेगी.