नवभारत न्यूज
खंडवा। विघ्नों को हरने वाले भगवान गणेश को भक्तों द्वारा गाजे-बाजे के साथ नाच गाकर विदा किया गया। भक्तों द्वारा शुभ मुहूर्तों में भगवान गणेश का विसर्जन किया गया। विसर्जन का सिलसिला सुबह से प्रारंभ होकर देर रात तक चलता रहा। शाम को रिमझिम बारिश का दौर भी शुरू हो गया। दस दिनों से इंद्र देव भी शांत बैठे थे। गणेश विसर्जन के दिन वो भी बप्पा को विदाई देने के लिए बरस पड़े।
गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ..के स्वर दिनभर शहर की सडक़ों पर गुंजायमान रहे। ढोल की थाप पर थिरकते युवा व गुलाल और बारिश की बौछार में भीगते भक्त मदमस्त होकर अपने प्रिय देव को विसर्जित करने के लिए विसर्जन स्थल पहुंचे जहां पर अंतिम बार पूजन-आरती के पश्चात विधि-विधान से भगवान लंबोदर को अंतिम विदाई दी गई।
विघ्नहर्ता, लंबोदर, गजानन, एकदंत, विनायक, गणेश आदि नामों से देवों में प्रथम पूजनीय भक्तों के प्रिय देवता का मंगलवार को शुभ मूहुर्तों में पूजन-आरती कर विसर्जन किया गया। दस दिनों तक श्रीगणेश की पूजा अर्चना कर ग्यारहवें दिन बप्पा की विदाई के साथ गणेशोत्सव संपन्न हुआ। गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का सिलसिला सुबह 10 बजे से ही प्रारंभ हो गया था। भक्तों द्वारा शुभ मुहूर्तों में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया।
शहर में स्थापित गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन पदमकुंड के साथ ही आबना नदी, गणगौर घाट, भाम नदी, रामेश्वर कुण्ड एवं अटल सरोवर नागचून पर हुआ। सबसे ज्यादा एवं बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन क्रेन के माध्यम से पदमकुण्ड पर हुआ। विसर्जन के दौरान शहर के मुख्य मार्गों व चौराहों पर भारी पुलिस बल तैनात रहा।
संवेदनशील क्षेत्रों में भारी पुलिस बल तैनात किया जाकर सीसी टीवी कैमरों की मदद से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही थी। शहर में शांति एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के अलावा अन्य शहरों से भी बड़ी संख्या में पुलिस बल खंडवा पहुंचा। जिन्हें कंट्रोल रूम में एकत्रित कर क्षेत्रवार ड्यूटी सौंपी गई।
हर वाहन में थे
सवार लंबोदर
विघ्नहर्ता भगवान गणेश का विसर्जन बड़े ही धार्मिक उल्लास के साथ भक्तों द्वारा किया गया। किसी ने पैदल यात्रा कर अपनी भक्ति निभाई तो किसी ने कार, जीप, ट्रक या ऑटो में बैठाकर अपने प्रिय देवता को अंतिम विदाई दी। भक्तों की भक्ति देखते ही बन रही थी। रास्तेभर भगवान गणेश की जयकारों के साथ ही ढोल व बैंड बाजों की थाप पर नाचकर भक्त भक्ति के नशे में चूर थे।
जगह-जगह
लगाए बैरिकेट्स
गणेश विसर्जन के साथ ही चल समारोह को लेकर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम कर लिए गए थे। शहर के संवेदनशील क्षेत्रों के साथ ही मुख्य चौराहों व गलियों में पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से बैरिकेट्स लगाए गए। पुलिस बल के साथ ही ग्राम कोटवार, पटवारी व पंचायत सचिवों को भी क्षेत्रवार ड्यूटी पर लगाया गया।
ओंकारेश्वर में प्रतिमाएं कुंड में विसर्जित की
अनंत चतुर्दशी के पर्व पर ओंकारेश्वर में हजारो गणेश प्रतिमाएं कुंड में विसर्जित की गई। नगर परिषद के द्वारा कुंड बनाया गया है। जिसमें गणेश प्रतिमाएं विसर्जित की जा रही है। कुंड के पास पुलिस, राजस्व विभाग, नगर परिषद के अधिकारी कर्मचारी तैनात हैं। ढोल धमाकों के साथ गणेश प्रतिमाएं विसर्जन के लिए लाई जा रहे हैं अभी 2 दिन और भी प्रतिमाएं लाई जाएगी।