कल्याण मिल
वर्ष 95 – दो झांकियां
एक झांकी, कालका माता द्वारा रक्तबिज दानव का वध व दुर्गा पूजा पर आधारित है वहीं दूसरी झांकी भारत के महाअमृत महोत्सव मेला एवं एकता- अखण्डता भाईचारे पर आधारित है.
मालवा मिल
वर्ष 90- तीन झांकियां
प्रथम झांकी अनेकता में एकता पर आधारित है, जिसमें हिन्दु-मुस्लिम-सिख इसाई को भाईचारे के रूप में दिखाया गया है. दूसरी झांकी हनुमानजी द्वारा श्रीराम की स्तुति एवं सीता स्वयंवर पर आधारित है. तीसरी झांकी श्रीकृष्ण द्वारा माखन चोरी पर आधारित हैं.
स्वदेशी मिल
वर्ष 95- तीन झांकियां
पहली झांकी हनुमानजी के हाथों अहिरावण का वध की है. दूसरी झांकी मोबाइल पर आधारित है जिसमें बच्चों पर मोबाइल के दुष्प्रभाव को दिखाया है. तीसरी झांकी कुंभकर्ण छह माह की निद्रा पर आधारित है.
हुकमचंद मिल
वर्ष 101- तीन झांकियां
पहली झांकी में गीत सत्यम शिवम् सुन्दरम को दर्शाया गया है. दूसरी झांकी
कृष्ण जन्मोत्सव पर आधारित है. जिसमें नन्दबाबा के गांव में कृष्ण जन्म को हर्षोउल्लास से मनाते दिखाया जा रहा है. तीसरी झांकी में श्री कृष्ण और इन्द्र देवता के बीच युद्ध को दर्शाया गया है.
राजकुमार मिल
वर्ष 89- दो झांकियां
पहली झांकी में कार्टून कैरेक्टर मोटू-पतलू की मस्ती दिखाई गई है. दूसरी झांकी में भगवान शिव के गले में विराजमान वासूकी नाग और भगवान विष्णु के वाहन गरूढ़ का युद्ध दिखाया गया है.
होप मिल
वर्ष 75- दो झांकियां
पहली झांकी में मां पार्वती द्वारा बाल गणेश को वस्त्र भेंट करते दिखाया है. दूसरी झांकी में शिव तांडव दिखाया गया है.
इंदौर विकास प्राधिकरण
वर्ष 27- तीन झांकियां
पहली झांकी में प्राधिकरण की शहर मे चल रही योजनाओं को लेकर विषयो का दर्शाया जा रहा है. दूसरी झांकी में श्रीराम भक्त हनुमानजी को दर्शाया जा रहा है. इसमें 25 फीट के हनुमानजी को संजीवनी पर्वत को लेकर उडते हुए दिखाया गया है. तीसरी झांकी में श्रीकृष्ण द्वारा भीष्म पितामह पर प्रहार करते दिखाया जा रहा है.
नगर निगम
वर्ष 29वां – चार झांकियां
एक झांकी देवी अहिल्या माता पर आधारिता है. दूसरी झांकी निगम के विभाग को डिजिटल किया जा रहा है उसकी झलक है. तीसरी में नगर निगम की योजनाओं को लेकर है. चौथी झांकी में अर्जुन पुत्र अभिमन्यू द्वारा सुरेखा का अपहरण दिखाया गया है