भोपाल, 14 सितम्बर (वार्ता) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा मध्यप्रदेश में निवेश को लेकर किये जा रहे प्रयासों के चलते जहां एक ओर प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखला जारी है, वहीं प्रदेश के बाहर बड़े शहरों में उद्योगपतियों को मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित करने रोड-शो किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव का निवेश के लिये अगला पड़ाव पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता है, जहाँ वे 20 सितम्बर को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश-विदेश से आने वाले उद्योगपतियों से रूबरू होंगे। मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से सबल बनाने के लिये निरन्तर किये जा रहे नवाचारों से औद्योगिक विकास को गति मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा वर्ष 2025 को “उद्योग वर्ष” घोषित किया गया है। वर्ष 2025 के प्रारंभ में ही 7-8 फरवरी को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट आयोजित की जा रही है। साथ ही पूरे वर्ष प्रदेश में औद्योगिक विकास को लेकर एक मिशन के तौर पर प्रयास किये जायेंगे।
कोलकाता में इंटरएक्टिव सत्र 20 सितंबर, 2024 को होटल जेडब्ल्यू मैरियट में होगा। कोलकाता इस्पात, प्लास्टिक, खाद्य प्र-संस्करण, फार्मास्यूटिकल्स और वस्त्र जैसे विविध क्षेत्रों के साथ देश के प्रमुख औद्योगिक केंद्रों में से एक है। प्रस्तावित इंटरएक्टिव सत्र में पश्चिम बंगाल क्षेत्र में स्थित विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जा रहा है।
डॉ. यादव इंटरएक्टिव सेशन्स में उद्योगपतियों के समक्ष मध्यप्रदेश में निवेश, नवाचार और आर्थिक विकास को सतत बढ़ावा देने के लिए सरकार के दृष्टिकोण और नवचारों को रेखांकित करते हुए अपनी बात रखेंगे। प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति और निवेश संवर्धन मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों पर एक प्रस्तुति देंगे, जो राज्य में व्यावसायिक संभावनाओं को तलाशने वाले निवेशकों को बहुमूल्य जानकारी प्रदान करेगा। विभिन्न क्षेत्रों के प्रमुख उद्योगपति राज्य के औद्योगिक परिदृश्य और विकास की संभावनाओं पर अपनी अंतर्दृष्टि भी साझा करेंगे। यह कार्यक्रम निवेशकों को प्रमुख हितधारकों के साथ जुड़ने, वन-टू-वन चर्चाओं में भाग लेने और उद्योग प्रतिनिधियों के साथ नेटवर्क बनाने के लिए एक मंच प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव उद्योगपतियों से वन-टू-वन बैठकों में और सीईओ के साथ दोपहर के भोजन पर भी महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे।
राज्य सरकार द्वारा उद्योगपतियों को सुविधा देने के लिये सिंगल विण्डो सिस्टम प्रारंभ किया है, जो औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने में निर्णायक भूमिका निभायेगा। यह आयोजन मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाओं का पता लगाने का एक बेहतरीन अवसर है। इन इंटरएक्टिव सत्रों में होने वाली चर्चाओं के परिणाम स्वरूप निवेशक राज्य में निवेश के लिये प्रेरित होंगे, जिससे प्रदेश में आर्थिक विकास के साथ रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
मुंबई, कोयम्बटूर और बैंगलुरु में उद्योगपतियों के साथ हुए इन्टरएक्टिव सत्रों में हुई चर्चा से उद्योगपति मध्यप्रदेश में निवेश के लिये आकर्षित हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप अनेक उद्योगपतियों ने मध्यप्रदेश में उद्योग लगाने का एमओयू भी साइन किया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के निरंतर प्रयास और उद्योगपतियों को सहज रूप से उपलब्ध कराई जाने वाली व्यवस्थाओं के माकूल इंतजाम किये गये हैं। मध्यप्रदेश के मजबूत औद्योगिक बुनियादी ढाँचे, प्राकृतिक संसाधन, पर्याप्त लैण्ड बैंक, सड़कों का जाल, सभी प्रमुख राज्यों से कनेक्टिविटी आदि विशेषताएँ निवेशकों को म.प्र. में उद्योग स्थापित करने के लिये आकर्षित कर रही है।