उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय के वाग्देवी भवन में गुरुवार को भगवान गणेश की आरती करने की बात को लेकर छात्रों के दो गुटों में विवाद हो गया। दोनों गुटों के बीच चाकू डंडे चल गए। तीन छात्र घायल हुए हैं। विवाद के बाद दोनों गुटों के छात्र माधव नगर थाने पहुंच गए थे।
विक्रम विश्वविद्यालय के वाग्देवी भवन में कॉमर्स विभाग के छात्रों द्वारा 10 दिवसीय गणेश उत्सव के चलते भगवान गणेश की स्थापना की है। गुरुवार सुबह आरती के दौरान विश्वविद्यालय के ही कृषि विभाग में अध्ययन करने वाले छात्र भी आरती करने पहुंच गए। दूसरे विभाग से आए छात्रों को देखकर वाणिज्य विभाग के छात्रों ने उन्हें अपने विभाग में विराजित गणेश जी की आरती करने के लिए कहा तो विवाद की स्थिति बन गई। दोनों गुटो के छात्रों ने एक दूसरे के साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान लाठी डंडों के साथ चाकू भी चल गए। विवाद में कृषि विभाग के छात्र केपी बना और ऋषि बडग़ोली को लट्ट से सिर में चोट आई है। वहीं, छात्र स्वयं त्रिपाठी को जांघ पर चाकू लगा है। छात्रों के बीच विवाद होने की जानकारी लगते ही माधव नगर थाना पुलिस विक्रम विश्वविद्यालय पहुंच गई थी। छात्रों के विवाद का मामला माधव नगर थाने पहुंच गया। जहां दोनों गुटों के दर्जनों छात्र एकत्रित हो गए थे। पुलिस में घायल हुए छात्रों को मेडिकल के लिए अस्पताल पहुंचाया कुछ देर बाद ही दोनों पक्ष आपकी समझौते के लिए चर्चा करने लगे। सीएसपी दीपिका शिंदे ने बताया छात्र समझौते की बात कह रहे है। उनके बीच निर्णय होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
छात्रों में 2 दिन से चल रहा है विवाद
छात्रों के बीच हुई मारपीट को लेकर एक जानकारी सामने आई है कि वाणिज्य विभाग में विराजित किए गए गणपति की आरती करने के लिए अपने विभाग को छोडक़र कृषि अध्ययनशाला के विद्यार्थियों द्वारा दो दिन से विवाद किया जा रहा है। गुरुवार को सुबह ढोल धमाके के साथ कृषि विभाग के विद्यार्थी यहां आकर जबरदस्ती आरती करने का प्रयास कर रहे थे। उन्हें जब रोका तो विवाद की स्थिति बन गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन करेगा शिकायत
छात्रों के बीच गणेश जी की आरती को लेकर हुए विवाद के बाद विक्रम विश्वविद्यालय विद्यार्थी कल्याण संकाय अध्यक्ष डॉ. एसके मिश्रा ने कहा कि विद्यालय में छात्रों की संख्या काफी अधिक थी जिसके चलते मारपीट करने वालों के नाम सामने नहीं आ पाए हैं मामले में विद्यालय प्रशासन की ओर से भी पुलिस को घटना की लिखित शिकायत की जाएगी।