नयी दिल्ली, 05 सितंबर (वार्ता) वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने घरेलू इस्पात उद्योग के समक्ष 2034 तक 50 करोड़ टन वार्षिक इस्पात उत्पादन का लक्ष्य रखा है।
श्री गोयल गुरुवार को यहां इस्पात कंपनियों के मंच इंडियन स्टील एसोसिएशन (आईएसए) द्वारा आयोजित इस्पात उद्यद्योग विषयक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस्पात कंपनियों से उत्पादन प्रक्रिया को पर्यावरण के लिए अनुकूल करने, अपशिष्ट को कम करने और दक्षता में सुधार करने के लिए डिजिटल मेधा (एआई) का उपयोग करने का सुझाव दिया। इसी संदर्भ में उन्होंने इस्पात इकाइयों से उत्सर्जन का स्तर घटाने, उच्च उत्पादकता और उच्च गुणवत्ता की दिशा में नए और बेहतर तरीके खोजने का आग्रह किया।
श्री गोयल ने ‘मेड इन इंडिया’ स्टील उत्पाद की पहचान बनाने में प्रगति के लिए भारतीय इस्पात उद्योग की सराहना की। उन्होंने उद्योग से घरेलू उत्पादन के लिए स्वदेशी मशीनरी को एकीकृत करने का भी आग्रह किया।
भारत का इस्पात उत्पादन 2022-23 में घरेलू इस्पात उत्पादन 12.5 करोड़ टन था।