पानी भरा होने से दुर्घटना की रहती है आशंका
इंदौर: बरसात होते ही शहर की सड़कों की तस्वीर बदल गई है, जगह जगह बरसात के पानी से भरे गड्ढे और उससे हो रहे हादसे की ही चर्चा रहती है. फिर भी नगर निगम विभाग ठेकेदार पर या अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं करता.ठेकेदारों की करनी देखें तो यहां वो है जो सब को खुश करने और काम लेने के चक्कर में सड़क निर्माण के सयम गुणवत्ता को भूल जाते है. इनकी करनी के चलते कुछ ऐसा ही हाल प्रदेश के बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंत राव होलकर के परिसर में देखा गया है.
अस्पताल के पीछे जाते ही सड़क बुरी तरह जर्जर हालतों में है. पिछले कई वर्षो से इसी स्थिति में यह सड़क है. दोबारा जिसका आज तक निर्माण नहीं किया गया. इस कारण यहां बड़े गड्ढे हो चुके हंै. इसी मार्ग से कई मारिज़ों और परिजनों का आना-जाना भी होता है क्योंकि अस्पताल परिसर के पीछे चाचा नेहरू असपताल भी है. इतना ही नहीं इस मार्ग से दिने में कई मर्तबा आपातकालीन वाहनों का भी गुज़रना होता है जिसमें गंभीर मरीज मौजूद रहते है. स्थानीय लोगों की माने तो कई बार ऐम्बुलेंस गड्ढों में फंस जाती है. साथ ही वाहन पलटने का डर भी बना होता है, जिस से मरिज और उसमें बैठे परिजनों की जान आफत में पड़ जाती है. जबकि इस मार्ग की हालत असपताल प्रबंधक के संज्ञान में है फिर भी लापरवाही अपने चरम पर है.
इनका कहना है…
पूरा सिस्टम ही बिगड़ा पड़ा है. उपर तक खुश नहीं किया तो टेंडर पास नहीं होगा. ठेका नहीं मिलेगा. सब कुछ कटने के बाद ठेकेदार गुणवत्ता पर कैसे ध्यान देगा. सबकी भागीदारी है कौन कार्रवाई करेगा.
– सलीम पटेल
आज जा कर देखिए कि असपताल के पीछे बनी वीआईपी कॉलोनी की मुख्य सड़क को जो अच्छ भली थी उसे खोदकर दोबारा बनाई जा रही है. लेकिन इस मार्ग पर किसी अधिकारी का ध्यान नहीं है.
– पवन पंवार
यहां तो अस्पताल प्रबंधक को भी चाहिए कि वह नगर निगम में शिकायत करे. रख रखाव का अभाव है, जिस कारण यह हालत हो चुकी है. जब तक कोई हादसा नहीं होगा जब तक विभाग नहीं जागेगा.
– मिलेन्द्र सेन