नयी दिल्ली, 31 अगस्त (वार्ता) चुनाव आयोग ने हरियाणा में असोज अमावस्या त्योहार पर स्थानीय लोगों के बड़े पैमाने पर भ्रमण के मद्देनजर राज्य विधानसभा चुनाव में मतदान की तिथि एक अक्टूबर के स्थान पर पांच अक्टूबर को करने की शनिवार को घोषणा की।
इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर और हरियाणा विधानसभा के चुनावों की मतगणना की तिथि भी चार अक्टूबर से बढ़ाकर आठ अक्टूबर कर दी गयी है।
आयोग ने कहा है कि अब दोनों विधानसभाओं के चुनाव की प्रक्रिया 10 अक्टूबर तक पूरी करा ली गयी जायेगी जबकि आयोग ने 16 अगस्त को जारी चुनाव कार्यक्रम में छह अक्टूबर तक संपन्न कराने की घोषणा की थी।
आयोग ने यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि उसे विभिन्न राष्ट्रीय राजनीतिक दलों, हरियाणा के राजनीतिक दलों और अखिल भारतीय विश्नोई महासभा की ओर से कई ज्ञापन मिले थे, जिसमें मतदान की तिथि बदलने का आग्रह किया गया था। विज्ञापनों में कहा गया था कि राज्य में सदियों पुराने ‘असोज अमावस्या’ त्योहार के अवसर पर हरियाणा के विश्नोई समाज के बड़ी संख्या में लोग राजस्थान में इस त्योहार में भाग लेने के लिये जाते हैं, इन दलों और संगठनों का कहना था कि पूर्व में घोषिति तिथि में मतदान कराने से लोगों को मतदान के अपने अधिकार से वंचित होना पड़ सकता है और मतदान का प्रतिशत भी घट सकता है।
आयोग ने इस के मद्देनजर केवल हरियाणा में मतदान की तिथि को एक अक्टूबर से बढ़ाकर पांच अक्टूबर 2024 (शनिवार) करने का फैसला किया है। इसके अनुसार दोनों विधानसभाओं के मतदान की गणना की तिथि भी बदल दी गयी है।
दोनों विधानसभाओं के चुनाव में मतदान प्रक्रिया की बाकी तिथियों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
उल्लेखनीय है कि आयोग ने 90 सदस्यीय जम्मू-कश्मीर विधानसभा में चुनाव तीन चरणों में कराने की घोषणा की है जबकि 90 सदस्यीय हरियाणा विधानसभा में चुनाव एक चरण में कराया जा रहा है। जम्मू-कश्मीर में तीसरे और अंतिम चरण के चुनाव की अधिसूचना पांच सितंबर को जारी की जायेगी और इस अंतिम चरण के लिये मतदान एक अक्टूबर को कराये जायेंगे। हरियाणा विधानसभा की सभी सीटों के लिये चुनाव की अधिसूचना पांच सितंबर को जारी करने का कार्यक्रम है। राज्य में 12 सितंबर तक नामांकन दाखिल किये जा सकेंगे और उनकी जांच 13 सितंबर को होगी और नाम वापसी की अंतिम तिथि 16 सितंबर है।