शाजापुर में विधानसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेन्द्र मोदी ने अपने भाषण में तोलाराम कचौरी वाले का जिक्र किया था, वहीं शाजापुर की प्रसिद्ध कचौरी वाले तोलाराम प्रजापति का गुरुवार को निधन हो गया। 70 वर्षीय तोलाराम स्थानीय नित्यानंद आश्रम में भागवत कथा सुनने के लिए गए थे, कथा के दौरान भगवान श्रीकृष्ण की आरती की समाप्ति पर जयकारों के बीच उनका निधन हो गया। इनके दो पुत्र हैं,एक इंदौर में नौकरी कर रहा तो दूसरा इनके साथ कचौरी का व्यवसाय कर रहा था।
18 अगस्त को नई दुकान की शुरुआत
तोलाराम वर्षों से शाजापुर के नईसड़क पर कचौरी का व्यवसाय कर रहे थे। तोलाराम की कचौरी दूर दूर तक प्रसिद्ध थी। शाजापुर में आने के बाद हर कोई इनकी कचौरी खाएं बिना यहां से नहीं जाता। इनकी कचौरी के शौकीन अटल जी से लेकर पीएम मोदी तक थे। पीएम मोदी जनसंघ के समय शाजापुर आएं थे तब उन्होंने तोलाराम की कचौरी खाई थी। विधानसभा चुनाव में जब नरेन्द्र मोदी शाजापुर आएं तो मंच से उन्होंने तोलाराम की कचौरी की तारीफ की थी। तोलाराम की दुकान पहले नईसड़क पर थी, उसे नगरपालिका ने जर्जर भवन बताकर तोड़ दिया था। उसके बाद तोलाराम ने कुछ दिनों तक घर पर अपनी दुकान चलाई। 18 अगस्त को धौबी चौराहे पर तोलाराम ने नई दुकान की शुरुआत की थी। दुकान उनका बेटा संजय संभालता है, प्रतिदिन एक दो घंटे दुकान पर आकर बैठते। आज भागवत कथा सुनने गए और वहीं उनका निधन हो गया।