कोलकाता, 26 अगस्त (वार्ता) केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के हटाए गए प्राचार्य संदीप घोष से पूछताछ जारी है, जबकि पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों का विरोध प्रदर्शन 18वें दिन भी जारी रहा। डॉक्टर संस्थान में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या के मामले में न्याय और कार्यस्थल पर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
सीबीआई कार्यालय में अस्पताल के पूर्व प्राचार्य से पूछताछ ऐसे समय में हुई है, जब एक दिन पहले ही संघीय एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने उनके बेलियाघाटा स्थित घर की तलाशी ली थी और वर्ष 2021 से अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में उनसे करीब 11 घंटे तक पूछताछ की थी। पिछले 10 दिनों में अब तक सीबीआई उनसे 100 घंटे तक पूछताछ कर चुकी है।
इस बीच, महिला डॉक्टर की हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय ने रविवार को पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान खुद को निर्दोष बताया और कथित तौर पर कहा कि जब वह चेस्ट डिपार्टमेंट की तीसरी मंजिल पर पहुंचा, जहां पीड़िता 36 घंटे की ड्यूटी के बाद 08 अगस्त की रात को आराम करने गई थी, तब तक महिला चिकित्सक की मौत हो चुकी थी।
सीबीआई ने अब तक मुख्य आरोपी संदीप घोष सहित छह अन्य लोगों पर झूठ पकड़ने वाले परीक्षण पूरे कर लिए हैं। आज अस्पताल के फोरेंसिक विभाग में एक अन्य आरोपी देबाशीष शोम, हत्या के मामले में सीबीआई के निजाम पैलेस कार्यालय में दूसरे दिन पेश हुआ।
गौरतलब है कि एक दिन पहले संघीय एजेंसी की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई ने उत्तर 24 परगना के केस्तोपुर में आरोपी शोम के घर की तलाशी ली थी। सीबीआई कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश पर अस्पताल में हत्या और वित्तीय अनियमितता की एक साथ जांच कर रही है। जिसमें कहा गया था कि दोनों अपराध जुड़े हुए हैं।
आरजीकेएच के पूर्व चिकित्सा अधीक्षक (गैर-चिकित्सा) अख्तर अली ने एक जनहित याचिका दायर की थी और मामले की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से जांच की मांग की थी, क्योंकि अस्पताल में मुख्य आरोपी घोष के नेतृत्व में वित्तीय घोटाले में कथित तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग शामिल थी।