भोपाल, 12 जून (वार्ता) मध्यप्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कहा कि उच्च शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता के लिए निजी विश्वविद्यालयों में अकादमिक कैलेंडर का दृढ़ता से अनुपालन किया जाए। उन्होंने विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूर्ण किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही निजी विश्वविद्यालयों में सत्र में प्रवेशित विद्यार्थियों की जानकारी पोर्टल पर प्रदर्शित करने को भी कहा।
श्री परमार ने मंत्रालय स्थित अपने प्रतिकक्ष में मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की बैठक लेकर निजी क्षेत्र में उच्च शिक्षा की समीक्षा की। उन्होंने विद्यार्थियों की नियत समयावधि में प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण किए जाने, विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों की उपस्थिति सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों के प्रवेश निर्धारित समयावधि में हों, सत्र समय से प्रारंभ हों एवं परीक्षा समय से होकर परिणाम निर्धारित समय पर जारी किए जाएं। निजी विश्वविद्यालयों में विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया 31 जुलाई तक पूर्ण करने को कहा। विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया पूर्णरूपेण पारदर्शी हो, किसी भी तरह की अनियमितता न हो। श्री परमार ने कहा कि विद्यार्थियों एवं प्राध्यापकों की कक्षाओं में अधिकतम उपस्थिति सुनिश्चित किए जाने को लेकर भी व्यापक कार्ययोजना बनाकर क्रियान्वयन किया जाए। निजी विश्वविद्यालयों द्वारा समस्त विद्यार्थियों की अंकसूची एवं डिग्री की डिजिलॉकर में उपलब्धता सुनिश्चित हो। उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन ग्रेडिंग में उत्कृष्टता स्थापित करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
बैठक में अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा के.सी. गुप्ता, मप्र निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष भरत शरण सिंह एवं आयोग के सचिव डॉ. के.पी. साहू सहित विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित थे।