वोकल फॉर लोकल के तहत मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का एक और नवाचार
मंदिर में होमगार्ड बढ़ाते जाएंगे, क्रिस्टल के कर्मचारी कम करते जाएंगे
उज्जैन: विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में कार्यरत क्रिस्टल कंपनी की कारस्तानियां धीरे-धीरे उजागर होने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सार्वजनिक मंच से 400 से 600 होमगार्ड की भर्ती सुरक्षा के लिए मंदिर में करने का जैसे ही आदेश दिया वैसे ही जिला प्रशासन ,मंदिर प्रशासन, क्रिस्टल से लेकर जिला होमगार्ड में तैयारी शुरू हो गई है.
महाकाल सवारी में देशी प्रकल्पों को बढ़ावा देने के बाद सीएम ने अब मंदिर की सुरक्षा भी निजी कंपनी की बजाय सरकारी स्तर पर होमगार्ड को ही देने के आदेश दिए हैं. गौरतलब है कि नवभारत ने क्रिस्टल कंपनी की लापरवाही उजागर करते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा से लेकर मंदिर की व्यवस्था बनाने में नाकाम होने का समाचार प्रमुखता से प्रकाशित किया था. उसके पश्चात मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने भी क्रिस्टल कंपनी के स्थान पर जिला होमगार्ड के जवानों की नियुक्ति महाकाल मंदिर में सुरक्षा के मद्देनजर करने के निर्देश दिए.
दो साल का है अनुबंध
महाराष्ट्र की क्रिस्टल इंट्रीग्रेटेड सर्विसेज प्रालि ने जून 24 से महाकाल मंदिर में सुरक्षा का जिम्मा प्राप्त किया. कंपनी का अनुबंध 2 वर्षों के लिए महाकाल मंदिर से हुआ है, यह भी तय हुआ कि महाकाल मंदिर प्रबन्ध समिति क्रिस्टल को 20 करोड़ की राशि 2 वर्षो में देगी. इसके बदले कंपनी सुरक्षा व्यवस्था को संभालेगी. इसके तहत लगभग 500 सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात किए जाएंगे.
क्रिस्टल की गड़बड़ियों से छवि खराब
नवभारत की पड़ताल में जानकारी मिली कि क्रिस्टल कंपनी पर कई बार जुर्माना भी किया गया. नोटिस भी जारी किए गए, जिसमें सुरक्षाकर्मी द्वारा श्रद्धालुओं से दुर्व्यवहार, मारपीट, गंदगी फैलाने और भस्म आरती से लेकर दर्शन के नाम पर अवैध वसूली जैसी शिकायतें थी. श्वान और अन्य पशुओं के मंदिर परिसर में आने पर रोक नहीं लग पाई. कलेक्टर नीरज कुमार सिंह भी कई बार नाराजगी जता चुके हैं. अब मुख्यमंत्री ने भी क्रिस्टल की वजह से मन्दिर की छवि खराब होने का हवाला देते हुए होमगार्ड को जिम्मा देने की बात कह डाली.
कलेक्टर बोले धीरे-धीरे हटाएंगे
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष और जिला कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे महाकाल मंदिर में आवश्यकता पड़ती जाएगी वैसे-वैसे होमगार्ड की नियुक्ति करते जाएंगे और क्रिस्टल कंपनी द्वारा कार्यरत सुरक्षा कर्मियों को धीरे-धीरे हटाते जाएंगे. यह प्रक्रिया सतत चलती रहेगी. मुख्यमंत्री के आदेश का अक्षरशः पालन किया जाएगा.
वरिष्ठ अधिकारी लेंगे निर्णय
महाराष्ट्र निवासी क्रिस्टल कंपनी के अधिकारी मिस्टर नोमान ने कहा कि अभी हमारी इस सिलसिले में कोई बात नहीं हुई है. महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ से भी कोई संवाद नहीं हुआ है. एक सप्ताह के अंदर हमारे महाराष्ट्र के वरिष्ठ अधिकारी कंपनी में आंतरिक स्तर पर निर्णय लेंगे और फिर उज्जैन में आकर इस संबंध में मीटिंग करेंगे. हां इतना जरूर पता चला है कि होमगार्ड की नियुक्ति महाकाल मंदिर में करने की बात सीएम ने कही है.
नई भर्ती को लेकर पत्र जारी करेंगे
जिला होमगार्ड अधिकारी संतोष जाट ने बताया कि हां मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आदेश का पता चला है. अभी हमारे पास चार कंपनियां होमगार्ड की है जिसमें 180 होमगार्ड की और आवश्यकता है. साथ ही अलग-अलग जगह पर 450 होमगार्ड उज्जैन जिले में हमारे पास है. महाकाल मंदिर में होमगार्ड की नियुक्त करने के लिए हम अलग से प्रक्रिया शुरू करेंगे. एक-दो दिन में होमगार्ड की नई भर्ती को लेकर पत्र जारी करेंगे, जिसमें सभी अधिकारियों की एक कमेटी बनेगी और फिर 400 से 600 के बीच होमगार्ड की भर्ती कर उन्हें ट्रेनिंग देंगे ताकि वह श्रद्धालुओं से अच्छा व्यवहार कर सके और सुरक्षा का जिम्मा नियमों के तहत संभाल सके और यह सब सिंहस्थ 2028 के कोटे के तहत ही होगा