कलकत्ता की घटना से शाजापुर में विभिन्न संगठनों ने किया विरोध
शाजापुर, 17 अगस्त. कलकत्ता में ट्रेनी महिला डाक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और जघन्य हत्या का देश भर में विरोध चल रहा है. कलकत्ता स्थित एक अस्पताल के सेमिनार कक्ष में ट्रेनी महिला डाक्टर का शव मिला था. घटना के बाद से देश भर में आक्रोश व्याप्त है. विभिन्न संगठनों व नागरिकों द्वारा आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की जा रही है.
इसी तारतम्य में शाजापुर में आईएमए द्वारा न्याय हेतु शांतिपूर्ण कैंडल मार्च निकाला गया. जिला चिकित्सालय परिसर में शनिवार शाम को संगठन के डाक्टर, स्वास्थ्यकर्मी व नागरिक गण एकत्रित हुए, इसके पश्चात उन्होंने कैंडल मार्च निकाला, हाथों में मोमबत्ती लिए डाक्टर्स सहित अन्य जन दिवंगत महिला डाक्टर को न्याय दिलाने की मांग के बैनर पोस्टर लिए चल रहे थे, शहर के नईसडक़ से होते हुए कैंडल मार्च आजाद चौक पहुंचा .कहा गया कि हम शाजापुर की जनता कलकत्ता की महिला चिकित्सक के साथ मेडिकल कालेज में अपने कार्य स्थल पर हुए जघन्य अपराध बलात्कार एवं हत्या से आक्रोशित है . सरकार से इस अपराध के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग करते हैं.
एबीवीपी ने पश्चिम बंगाल में हुई घटना का किया विरोध
पश्चिम बंगाल के कोलकाता आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या की घटना सामने आई है. घटना के बाद से ही देश भर में ममता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में शाजापुर में भी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने भी विरोध प्रदर्शन किया.एबीवीपी ने विरोध जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में लगातार महिला अपराध से संबंधित घटनाएं हो रही है. हाल ही में एक जूनियर डॉक्टर से हैवानियत का मामला सामने आया है. लेकिन पश्चिम बंगाल की ममता सरकार दोषियों को बचाने में लगी है. टीएमसी के गुंडों द्वारा भी ऐसे अनेकों दुष्कर्म पूर्व में किए गए परंतु उनके विरुद्ध में कोई भी कार्रवाई ममता सरकार द्वारा नहीं की गई. बंगाल में हो रही यह घटनाएं मानवता को शर्मसार करने वाली है. इन घटनाओं से नाराज़ ममता सरकार के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद शाजापुर द्वारा नवीन कॉलेज से बस स्टैंड तक छात्र छात्राओं द्वारा पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. नगर मंत्री पवन गुर्जर ने बताया कि पश्चिम बंगाल में जिस प्रकार की अमानवीय घटना सामने आई है और वहां की तत्कालिक सरकार द्वारा उसे दबाने का प्रयास किया जा रहा था. उस घटना के विरोध में अखिल एबीवीपी द्वारा यह पैदल मार्च निकालकर विरोध प्रदर्शन किया.