अहिल्या पथ घोषणा के छह माह पूर्व जारी अनुमति होगी निरस्त

सरकार को भेजा नोटिफिकेशन का प्रस्ताव , 20 मंजिला इमारत भी बनेगी

 

नवभारत न्यूज

 

इंदौर। आईडीए ने पश्चिम क्षेत्र में अहिल्या पथ निर्माण के लिए सरकार को नोटिफिकेशन करने के प्रस्ताव पर आज बोर्ड बैठक में मुहर लगा दी है। उक्त सड़क के पास की जमीन पर जुलाई के पूर्व जितनी भी कॉलोनियों की अनुमति टीएनसीपी ने जारी की है , वह सब निरस्त होगी। इसके अलावा आईडीए बोर्ड बैठक में ग्राम मोरोद में सरकारी जमीन पर मंडी और ट्रांसपोर्ट नगर बनाए जाने का निर्णय किया गया है। साथ ही कान्ह सरस्वती नदी के किनारे सड़क बनाने की डीपीआर के साथ योजना 136 में  सीएमआर जी4 प्लॉट पर 20 मंजिला इमारत बनाने पर निर्णय लिया गया।

 

 

 

आईडीए में आज संपन्न बोर्ड बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाओं पर विकास करने के प्रस्ताव पर निर्णय किया गया। आज बैठक में सबसे पहले शहर के पश्चिम क्षेत्र में पिछली बोर्ड बैठक में घोषित अहिल्या पथ निर्माण के विषय में सरकार से धारा 50 ( 1 ) के तहत योजना का नोटिफिकेशन करने भोपाल भेजने प्रस्ताव पारित हुआ। इसके साथ ही उक्त योजना के पास 9 जुलाई 24 के छह माह पहले टीएनसीपी द्वारा जारी कॉलोनियों की अनुमति को संभागायुक्त को धारा 31 के तहत अनुमति निरस्त करने का अधिकार देने का प्रस्ताव पास किया गया। नगर पालिका निगम से भी सभी तरह की अनुमतियों पर रोक लगाने पर सहमति बनी ।

 

 

कान्ह सरस्वती नदी पर रिवर साइड कॉरिडोर की डीपीआर और कंसल्टेंट अब आईडीए द्वारा नियुक्त करने के साथ निर्माण भी करेगा। इसका पैसा नगर निगम शहरी विकास अभिकरण फंड  और शासन देगा। ग्राम मोरोद के खसरा नंबर 372/1  सरकारी जमीन पर नई मंडी और नया ट्रांसपोर्ट नगर बनाने के प्रस्ताव पर मंजूरी दी गई। इसके साथ एफसीए ( फारेस्ट कन्वर्सेशन एक्ट ) में वन भूमि का उपयोग के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने की मंजूरी दी गई।

 

 

इसके अलावा योजना 136 के एक लाख वर्गफुट से ज्यादा बड़े सीएमआर – 4 प्लॉट पर 120 करोड़ लागत से 20 मंजिला हाईराइज बिल्डिंग बनाने की मंजूरी भी हो गई। आईडीए की विभिन्न योजनाओं में चार प्लॉट की खोज करके उनका व्ययन करने का प्रस्ताव भी पास किया गया।

 

ये थे मौजूद

 

बैठक में संभागायुक्त और पदेन अध्यक्ष दीपकसिंह ,कलेक्टर आशीष सिंह, निगमायुक्त शिवम वर्मा, आईडीए सीईओ आर पी अहिरवार, लोक स्वस्थ यांत्रिकी विभाग, टीएनसीपी के अधिकारी और आईडीए के इंजीनियर मौजूद थे।

 

कांग्रेस ने लगाए भ्रष्टाचार के आरोप

 

आईडीए की अहिल्या पथ योजना को लेकर कांग्रेस ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाए हैं। कांग्रेस महासचिव राकेशसिंह यादव ने आज सुबह प्रेस वार्ता में बताया कि अहिल्या पथ योजना में सरकार को पांच सौ से एक हजार करोड़ की हानि पहुंचाई है। यादव ने आरोप लगाया कि टीएनसीपी के शुभाशीष बैनर्जी, के. एस. गवली , आईडीए के सीईओ रामप्रकाश अहिरवार, मुख्य नगर नियोजन रचना बोचरे, प्रायवेट कांट्रेक्ट के तौर पर नियुक्त मयंक जगवानी ने भू – माफिया सचिन भाईजी और अतुल काकरिया के साथ मिलकर डेढ़ सौ एकड़ से ज्यादा जमीन के नक्शे योजना घोषित होने के दो माह पूर्व पास करवाने का खेल किया है। इसमें आईडीए के अधिकारियों ने 65 लाख रुपए एकड़ और टीएनसीपी के अधिकारियों ने 35 लाख रुपए एकड़ से पैसा लेकर करोड़ों का भ्रष्टाचार किया है। शासन को उक्त योजना के आस पास की जमीन पर नक्शे पास होने से क़रीब 4.5 हजार रुपए प्रति वर्गफुट के हिसाब से 5 सौ से 1 हजार करोड़ का नुकसान पहुंचाया है। यादव ने मुख्यमंत्री से इस मामले लोकायुक्त और आर्थिक अपराध विभाग जांच कर एफआईआर दर्ज करने के मांग की है।

 

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