1 अप्रैल से शुरू होगा नया सेशन
बच्चों के साथ पैरेंट्स का बदलेगा रूटीन
जबलपुर: 1 अप्रैल से छुट्टियां समाप्त होने के बाद स्कूल में नया सेशन शुरू होने वाला है। जिसको लेकर स्कूलों में सभी तरह से तैयारी हो चुकी है और बच्चों के एडमिशन और री- एडमिशन भी शुरू हो गए हैं। नर्सरी के बच्चे जो पहली बार स्कूल जाएंगे उनका और उनके पेरेंट्स का अब रूटीन बदलेगा। जिसमें अब बच्चे अपने जीवन में शिक्षा ग्रहण करने के लिए एक नए कदम की ओर बढ़ेंगे। वही उनके पैरेंट्स की भी एक और जिम्मेदारी अपने बच्चों के प्रति बढ़ जाएगी। 1 अप्रैल से नर्सरी और केजी वन के बच्चे पहली बार स्कूल जाएंगे। वहीं जो बच्चे स्कूल में अध्ययन कर रहे हैं,वह भी नई क्लास में प्रवेश करेंगे।
स्कूलों में एडमिशन के लिए पहुंच रहे पेरेंट्स
आजकल शहर में बच्चों को पढऩे के लिए सबसे पहले पेरेंट्स के मन में अच्छे स्कूल को चुनने का सवाल उठता है।जिसमें वह चाहते हैं कि उनके बच्चे उस स्कूल में पढ़े जहां उनको अच्छी शिक्षा के साथ-साथ सभी प्रकार की चीज भी सीखने को मिले। इसमें बच्चे भी शिक्षा के साथ-साथ अन्य सभी क्षेत्र में भी आगे बढ़ते रहें और उनको किसी भी प्रकार से पढ़ाई और अन्य एक्टिविटीज में प्रॉब्लम ना हो। जिसके लिए सभी पेरेंट्स स्कूलों में काउंसलिंग के लिए पहुंच रहे हैं और अपने बच्चों का बेस्ट स्कूल में एडमिशन करवा रहे हैं।
पढ़ाई के साथ स्कूलों में होंगी एक्टिविटीज
बच्चों की लगभग 3 साल की उम्र में पेरेंट्स उनका नर्सरी क्लास में एडमिशन करा देते हैं। जिससे बच्चा धीरे-धीरे बोलना और पढऩा सीखता है। वहीं इसके अलावा स्कूलों में खासतौर पर नर्सरी और नए एडमिशन वाले बच्चों के लिए तरह-तरह की एक्टिविटीज के साथ उनकी पढ़ाई कराई जाती है। जिसमें बच्चों को खेलकूद का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। जिससे नए वातावरण में आकर बच्चे टीचर्स और अन्य बच्चों से घुल- मिल जाए और साथ ही नर्सरी में जाकर वह धीरे-धीरे पढऩा बोलना और खेलना भी सीख जाते हैं। स्कूलों में टीचर्स द्वारा बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ गेम्स खेलना, बातें करना, बच्चों को डिसिपिलिन सिखाना यह सब चीजें नर्सरी से ही स्कूलों में टीचर लोग सिखाते हैं।
इनका कहना है
इस बार मैंने अपने बच्चे का नए स्कूल में एडमिशन कराया है जिसमें वह केजी टू क्लास में जायेगा।
माहिर, अनिका पटेल
स्कूल में इस बार मेरा बेटा केजी वन क्लास में जायेगा, पढाई के साथ स्कूल में एक्टविटीज भी बच्चे सीखते हैं।
आरांश, सोनम
मेरा बेटा इस बार फस्र्ट क्लास में जायेगा। पढ़ाई के साथ उसको गेम्स खेलना भी बहुत पसंद है।
राजवीर, आदेश