ग्रामीण अंचलों के अन्नदाता रतजगा करने के लिए विवस, झुण्डों के साथ दर्जनों मवेशी एक साथ फसलों पर क रते हैं हमला
चितरंगी:अन्नदाता इन दिनों मवेशियों के आतंक से परेशान होकर प्रदेश के मोहन सरकार को कोसने में कोई कोर कसर नही छोड़ रहें हैं। आलम यह है कि मवेशी झुण्ड के साथ खेतों मे पहुंच फसलों को साफ कर दे रहे हैं।गौरतलब है कि अन्नदाताओं पर इन दिनों दोहरी मार पड़ रही है। एक ओर जहां प्रकृति कहर ढाह रही है। आये दिन बेमौसम बारिश, तूफान, ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंच रहा है और जो कुछ बचा है उसे मवेशी निपटा दे रहे हैं। आलम यह है कि खरीफ फसल से लेकर रवी फसलों की निगरानी के लिए किसान रतजगा करने के मजबूर हैं।
आलम यह है कि मवेशियों का झुण्ड दिन-रात बराबर एक साथ खेतों में पहुंचा है। जहां अरहर, जौ, चना, गेहॅू समेत अन्य फसलों को देखते ही देखते निपटा दे रहे हैं और यह मवेशी दूर दराज से आये हुये हैं। बताया जा रहा है कि चितरंगी तहसील क्षेत्र के ग्राम फुलकेश,गांगी, खैरा, चिकनी, धरौली, बरहट, बर्दी, मुड़पेली, गुंजावाल, मनिकपुर सहित तमाम गांवों में मवेशियों का आतंक है और मवेशियों की इस आतंक से अन्नदाता परेशान हो कर अपने माथा को पिटना शुरू कर दिये हैं। ग्राम फुलकेश के किसान सुखसेन नाई बताते हैं कि यहां दो साल से मवेशी फ सलों को चौपट कर रहे हैं। रात-दिन बराबर परिवार का कोई न कोई सदस्य रतजगा करने के लिए मजबूर हैं।
वही ग्राम खैरा के किसान हजारी केवट का कहना है कि मवेशियों का इतना आतंक है कि खेतीबाड़ी आसान नही रह गया है। पूंजी भी लगती है और समय भी बर्बाद हो रहा है और मवेशी एक घण्टे के अन्दर ही फसलों को साथ कर दे रहे हैं । मवेशियों को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नही है। वही ग्राम गांगी के किसान लवलेश सिंह का कहना है कि फसलों का इतना आतंक है कि करीब 40 फीसदी फसलों को मवेशी निपटा चुके हैं। इस क्षेत्र के अन्नदाता मवेशियों के आतंक से सबसे परेशान हैं। इस क्षेत्र के नागरिकों ने प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुये हर पंचायतों में गौशाला का निर्माण कराये जाने की मांग की है।