ढाका, 06 अगस्त (वार्ता) बंगलादेश की सेना ने मंगलवार को मेजर जनरल जियाउल अहसन (जो कि मेजर जिया के नाम से लोकप्रिय एक सम्मानित अधिकारी हैं) को बर्खास्त कर दिया।
इसके साथ ही सेना ने कुछ अन्य अधिकारियों को फिर से कार्यभार सौंप दिया। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना ने एक दिन पहले ही अपने पद से इस्तीफा दिया था और बड़े पैमाने पर विद्रोह के बीच देश छोड़ दिया था।
इंटर सर्विस पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) की ओर से जारी बयान में बताया गया कि दो-सितारा रैंक के बंगलादेश के सेना अधिकारी मेजर जिया, जो राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (एनटीएमसी) के महानिदेशक थे, को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। उनके स्थान पर मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान एनटीएमसी के महानिदेशक होंगे।
आईएसपीआर के अनुसार अन्य लोगों के अलावा लेफ्टिनेंट जनरल एमडी सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय सौंपा गया है। वहीं, लेफ्टिनेंट जनरल एमडी मोजीबुर रहमान को जीओसी आर्मी ट्रेनिंग एंड डॉक्ट्रिन कमांड के रूप में नियुक्त किया गया है, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शाहीनुल हक कमांडेंट एनडीसी के रूप में नियुक्त किये गये हैं।
उल्लेखनीय है कि सितंबर 2022 में मेजर जनरल अहसन को राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (एनटीएमसी) का महानिदेशक नियुक्त किया गया था। वह एनटीएमसी के पहले महानिदेशक थे। एनटीएमसी बंगलादेश की राष्ट्रीय स्तर की खुफिया एजेंसी है, जो सूचना और संचार डेटा की निगरानी, संग्रह और रिकॉर्डिंग के लिए जिम्मेदार है। एनटीएमसी फोन कॉल, ईमेल और सोशल मीडिया अकाउंट जैसे इलेक्ट्रॉनिक संचार को रोकने के लिए जिम्मेदार है। जुलाई 2022 में श्री हसन को ब्रिगेडियर जनरल से मेजर जनरल के पद पर पदोन्नत किया गया था। उन्हें विभिन्न क्षमताओं में रैपिड एक्शन बटालियन में उनके काम के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है। आरएबी के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्य करते हुए, उन्हें सेना खुफिया महानिदेशालय में स्थानांतरित किया गया था। बाद में उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा खुफिया (एनएसआई) के निदेशक (आंतरिक मामलों) के रूप में संलग्न किया गया। श्री अहसान 21 जून 1991 को एक कमीशन अधिकारी के रूप में बंगलादेश की सेना में शामिल हुए थे। उन्हें 2010 में बंगलादेश पुलिस पदक (बीपीएम) और 2011 में राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से सम्मानित किया गया था।