सियासत
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी प्रदेश कार्यकारिणी का गठन करके संगठन को मजबूत करना चाहते हैं. उनकी कोशिश है कि नए सिरे से कांग्रेस के अग्रिम संगठनों को भी पुनर्गठित किया जाए लेकिन एक तो बड़े नेताओं के बीच सहमति नहीं बन पा रही है, दूसरी बात यह है कि अभी पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व लोकसभा के बजट सत्र में व्यस्त है, इसलिए पीसीसी के लिए नामों की अनुमति फिलहाल नहीं मिलेगी. दरअसल, विधानसभा और फिर लोकसभा में मिली हार के बाद कांग्रेस लगातार संगठन को मजबूत करने में जुटी है. इसको लेकर लगातार बैठकों का दौर चल रहा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने हाल ही में मप्र कांग्रेस कमेटी के विभागों और प्रकोष्ठों के प्रदेश अध्यक्षों की अलग-अलग बैठकें ली.
पटवारी ने विभागों एवं प्रकोष्ठों के अध्यक्षों के विगत वर्षों के कार्यों का मूल्यांकन, विधानसभा, लोकसभा चुनाव में विभागों एवं प्रकोष्ठों द्वारा बनाये गये पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों सहित विभिन्न पदाधिकारियों की अपने विभाग-प्रकोष्ठ में संगठनात्मक कार्यों और कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित होने वाली गतिविधियों में सहभागिता को लेकर जानकारी ली. बैठक में पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष संगठन प्रभारी राजीव सिंह, मप्र कांग्रेस समस्त विभागों और प्रकोष्ठों के प्रभारी जेपी धनोपिया भी उपस्थित थे. बैठक में आये विभाग और प्रकोष्ठों के अध्यक्षों ने पटवारी को प्रदेश, जिला स्तर पर किये गये संगठनात्मक कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की.
पटवारी ने सभी से संगठन में मजबूती पर विचार-विमर्श किया और सुझाव मांगे।बैठक में समीक्षा के उपरांत पटवारी ने सभी उपस्थित अध्यक्षों को भविष्य की रणनीति पर दिशा-निर्देश देते हुये कहा कि अपने-अपने विभाग और प्रकोष्ठ के दायित्वों का निष्ठा के साथ निर्वहन करते हुये सक्रियता से कार्य कर संगठन को और अधिक मजबूत बनायें, ताकि भविष्य में अच्छा और सशक्त संगठन मजबूत हो सके और हम सभी मिलकर मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाते हुये भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के प्रति अपनायी जा रही दमनकारी नीतियों का सड़क से सदन तक पुरजोर विरोध कर जनता की बुलंद आवाज बन सके. भविष्य में होने वाले चुनावों में हम सभी पूरी ताकत के साथ भाजपा का मुकाबला कर सकें