अबोध बच्चा परिजनों के साथ मृतक की अस्थियां लेकर आईजी दफ्तर पहुंचा

बोले-दोषी पुलिस वालों पर दर्ज करें हत्या का केस

मां बोली जब तक दोषी नही पकड़ेंगे तब तक अस्थियां विसर्जित नही करूंगी

ग्वालियर । पुलिस कस्टडी में हुई देवेंद्र उर्फ देवा पारदी की मौत के मामले में पुलिस पर केस दर्ज करने की मांग को लेकर मृतक के परिजनों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ अस्थियां लेकर पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन कार्यालय पर जमकर प्रदर्शन किया, इस दौरान मृतक की मां ने चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक उन्हें इंसाफ नहीं मिल जाता तब तक वह अपने बेटे की अस्थियां गंगा जी में विसर्जित नहीं करेंगी।

देवा पारदी को गुना जिले की पुलिस ने उस समय चोरी के शक में पकड़ा था जब वह दूल्हे के रूप में बारात लेकर घोड़ी पर बैठकर जा रहा था । बाद में उसकी मौत हो गई। पुलिस का दावा है कि देवा की मौत रास्ते मे हार्ट अटैक आने की बजह से हुई थी जबकि परिजनों का आरोप है कि उसकी मौत की बजह पुलिस द्वारा दी गई प्रताड़ना और थर्ड डिग्री टॉर्चर है । तभी से यह आंदोलन की बजह बनी हुई है । पुलिस कस्टडी में हुई देवा पारदी की मौत का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ता जा रहा है।

प्रदर्शन के दौरान मृतक देवेंद्र उर्फ देव पारदी की मां अपने बेटे की अस्थियां लेकर पहुंची थी. उन्होंने न्याय की गुहार लगाते हुए कहा कि जब तक दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती वह अपने बेटे की अस्थियां गंगा जी में विसर्जित नहीं करेंगी.वहीं माकपा ने चेतावनी देते हुए कहा कि इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला तो सीएम का घेराव करेंगे.प्रदेश में गरीब और पिछड़ों पर अत्याचार हो रहे हैं सरकार चुप बैठी है.जबकि इस मामले में आईजी ग्वालियर जोन अरविंद सक्सेना का कहना है कि मामले की ज्यूडिशरी इंक्वारी चल रही है जो सच होगा सामने आ जाएगा, मृतक का पीएम 3 डॉक्टरों के पैनल ने किया है अभी रिपोर्ट आना बाकी है, पीड़ित परिवार को सहायता के लिए गुना कलेक्टर से चर्चा करेंगे।

Next Post

प्रदेश की राजनीति में शिवराज के सारथी प्रभात झा का यूं चले जाना

Fri Jul 26 , 2024
Share on Facebook Tweet it Share on Reddit Pin it Share it Email डॉ संजय पयासी सतना।राजनीति में पत्रकारिता से आकर जीवन भर पत्रकार बने रहने की जो सीख प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सत्ता स्तम्भ को स्थापित करने वाले वर्षों तक प्रदेश के पूर्व मुखिया शिवराज सिंह चौहान […]

You May Like