सात दिनों मे अंधीहत्या की गुत्थी सुलझाने का पुलिस ने किया दावा, एक आरोपी की गिरफ्तार, दूसरी की तलाश जारी
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 25 जुलाई। चितरंगी थाना क्षेत्र के ग्राम बसाही में 17 जुलाई की रात गुड़िया उर्फ निशा की अधजली संदिग्ध हालत में मिले शव से सनसनी फै ल गई थी। पुलिस ने घटना सूचना के एक सप्ताह के अन्दर इस अंधीहत्या की गुत्थी को सुलझाने का दावा की है।
पुलिस अधीक्षक निवेदिता गुप्ता ने इस जघन्य अंधीहत्या गुत्थी के सुलझाने का दावा करते हुये आज दिन गुरूवार को मीडियाकर्मियों को बताया कि ग्राम बसाही निवासी गुड़िया उर्फ निशा का अधजला शव घर के अन्दर पड़ा था। जिसकी सूचना मिलते ही एएसपी शिवकुमार वर्मा, एसडीओपी आशीष जैन, चितरंगी थाना प्रभारी शेषमणि पटेल स्टाफ के साथ घटना स्थल पहुंच बारिकी से घटना स्थल का निरीक्षण करते हुये एफएसएल टीम, फिंगर प्रिंट एवं डॉग स्कॉड मौके से पहुंच वस्तु स्थिति को जाना और प्रथम दृष्टिया में पाया गया कि महिला की हत्या कर उसे जला दिया गया है। इस बीच पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुये विवेचना एवं पतासाजी करने में जुट गई। पुलिस को गोपनीय सूत्रों से जानकारी मिली की मृतिका विवाहिता थी और निशा ने अपने पति को छोड़ कर 70 वर्षीय नूर मो. निवासी बसाही के साथ विवाह कर करीब 6 वर्ष पूर्व से रह रही थी। निशा का 4 साल का पुत्र है। जहां वह अपने नाना-नानी के साथ रहता है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि महिला को उसके पति ने वर्ष 2020 में 18 लाख रूपये का पक्का मकान एवं 2 एकड़ जमीन खरीद कर दे दिया था। जिसमें मृतिका अक्सर अकेले रहती थी। एसपी ने आगे बताया कि विवेचना के दौरान यह भी जानकारी मिली कि महिला के संपर्क में कई पुरूष मित्र थे। जिसमें से इसी गांव के एक पुरूष मित्र कमलेश यादव उर्फ बोड्डा पिता बैजनाथ यादव उम्र 33 वर्ष है। जहां उसे यह शक था कि निशा अन्य पुरूषों से बात करती है। इसी बात को लेकर आरोपी कमलेश यादव को नागवाल लगा और उसने 17 जुलाई की रात में उसके घर जाकर सहयोगी रामगरीब के साथ टांगी से मारकर हत्या करते हुये शव को घर के अन्दर जला दिया। पुलिस ने संदेही आरोपी कमलेश यादव को अपने कब्जे में लेते हुय पूछतांछ की। आरोपी ने अपना जुर्म कबूल किया और उसके कब्जे से प्रयुक्त रक्त रंजीत टांगी , मृतिका गुड़िया उर्फ निशा का मोबाईल फोन तथा घटना के समय आरोपी कमलेश द्वारा पहने हुये रक्त रंजीत कपड़े जप्त कर गिरफ्तार करते हुय न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वही उक्त मामले का दूसरा आरोपी रामगरीब यादव पिता जगपति यादव निवासी झोखों फरार है। फरार आरोपी के गिरफ्तारी के लिए 10 हजार रूपये की इनाम घोषित की गई है। उक्त कार्रवाई में निरीक्षक शेषमणि पटेल, निरीक्षक राकेश बैस शाना प्रभारी बहरी, उनि बीपी कोल, उमेश तिवारी, सनि, मनीष सेन, प्रआर लक्ष्मीकान्त मिश्रा, आर भैयालाल यादव , नन्दलाल यादव, मुकेश पाण्डेय, सुदर्शन चौहान, सर्वदानन्द राय, आशीष पाल, बीर सिंह, म आर मागी सोलंकी, सायबर सेल प्रभारी उनि अमन बारी, आर शोभाल वर्मा, प्रआर सुरेश रावत थाना बहरी, आर प्रभात तिवारी थाना बहरी, आर अवधेश कुशवाहा थाना बहरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही ।