शिमला, 22 जुलाई (वार्ता) हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग का भारी बारिश का पूर्वानुमान अपवाद बन गया है। मौसम विभाग हिमाचल में बारिश बता रहा है लेकिन, बरसात में भी सूबे के कई क्षेत्र सूखे जैसी स्थिति हो गई है। मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुरूप जमीनी स्तर पर कई क्षेत्रों में बारिश नजर नहीं आ रही है।
प्रदेश में सोमवार और मंगलवार को भारी बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ दिया गया है। पांच जिलों में आज और चार जिलों में कल के लिए यह चेतावनी जारी की गई। इसे देखते हुए स्थानीय लोगों सहित पर्यटकों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग (आईएमडी) की चेतावनी के बीच शिमला में बीती रात भारी बारिश हुई।
आईएमडी ने आज के लिए ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है जबकि कल मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर जिलों में भारी बारिश का अनुमान है।
गाैरतलब है कि मौसम विभाग पिछले दो सप्ताह से भारी बर्फबारी का अलर्ट जारी कर रहा है, लेकिन हर बार बरसने से पहले ही मानसून कमजोर पड़ रहा है और हल्की बारिश के बाद मौसम साफ हो रहा है।
पिछले कई दिनों से हिमाचल के लोग गर्मी से राहत पाने के लिए बारिश का इंतजार कर रहे हैं। बारिश न होने से प्रदेश की फसलें चौपट हो गई हैं।
पिछले करीब दो सप्ताह से बारिश न होने के चलते कई क्षेत्रों में फसलें सूख चुकी हैं। सेब की फसल का सही आकार नहीं बन पा रहा है। यही हालत अन्य फलदार फसलों का है। इसके अलावा राज्य के कई क्षेत्रों में मक्की की फसल सूखे जैसी स्थिति की चपेट में है। कई क्षेत्रों में दलहनी फसलें और सब्जियां भी सूखे जैसी स्थिति से नष्ट होने के कगार पर हैं।
उमस भरी गर्मी से फसलों को भी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हालांकि इस बीच एक-दो बार बारिश हुई है लेकिन वह नाममात्र ही बारिश हुई है, जिससे गर्मी से लोगों को राहत नहीं मिली।
आईएमडी के अनुसार आज से अगले छह दिनों तक मानसून सक्रिय रहेगा। इसके चलते 25 से 27 जुलाई के बीच अच्छी बारिश का भी अनुमान है। फिलहाल प्रदेश में 20 दिनों से मानसून कमजोर है। मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 43 फीसदी कम बारिश हुई है।