नयी दिल्ली, 21 जुलाई (वार्ता) बंगलादेश में आरक्षण विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के कारण अब तक करीब साढ़े चार हज़ार भारतीय छात्र स्वदेश लौट आए हैं तथा नेपाल, भूटान और मालदीव के लगभग साढ़े पांच सौ अन्य छात्र भी भारत आये हैं।
विदेश मंत्रालय ने आज यहां एक बयान में बताया कि पिछले दो दिनों से ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग बंगलादेश में हालिया घटनाक्रम के बाद भारतीय नागरिकों की घर वापसी में सहायता कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों के लिए भूमि-सीमा पारगमन केंद्रों और हवाई अड्डों पर सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ भी समन्वय कर रहा है।चयनित भूमि सीमा पारगमन केंद्रों के माध्यम से स्वदेश वापसी के दौरान सड़क मार्ग से उनकी यात्रा के लिए, जहां आवश्यक है, सुरक्षा एस्कॉर्ट की भी व्यवस्था की गई है। ढाका में उच्चायोग भारत और बंगलादेश के बीच उड़ान सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए बंगलादेश के नागरिक उड्डयन विभाग के अधिकारियों और वाणिज्यिक एयरलाइनों के साथ भी समन्वय कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार अब तक 4500 से अधिक भारतीय छात्र भारत लौट चुके हैं। नेपाल के 500, भूटान के 38 और मालदीव का एक छात्र भी भारत पहुंचे हैं। भारतीय उच्चायोग और सहायक उच्चायोग भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में बने हुए हैं। वे बंगलादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में शेष छात्रों और उनके कल्याण और सहायता के लिए भारतीय नागरिकों के साथ भी नियमित संपर्क में हैं।
बयान के मुताबिक ढाका में भारतीय उच्चायोग और बंगलादेश में भारत के सहायक उच्चायोग नीचे सूचीबद्ध आपातकालीन संपर्क नंबरों के माध्यम से भारतीय नागरिकों द्वारा आवश्यक किसी भी सहायता के लिए उपलब्ध हैं: भारतीय उच्चायोग, ढाका +880-1937400591, भारतीय सहायक उच्चायोग, चटगांव +880-1814654797 / +880-1814654799, भारतीय सहायक उच्चायोग, राजशाही +880-1788148696, भारतीय सहायक उच्चायोग, सिलहट +880-1313076411/ +880-1313076417स भारतीय सहायक उच्चायोग, खुलना +880-1812817799