चार आरोपित गिरफ्तार, भेजे गए जेल
जबलपुर: घमापुर थाना थानांतर्गत केंद्रीय विद्यालय गेट नंबर-1 जीसीएफ फैक्ट्री के सामने कार से डिंडौरी से जबलपुर लौट रही सेवानिवृत्त नर्स की हुई अंधी हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। साथ ही चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जिन्हें गुरूवार को न्यायालय के समक्ष पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। वारदात को लूट के इरादे से अंजाम दिया गया था।
विदित हो कि दुर्गा नगर भटौली, गौरीघाट निवासी विराज दुबे 2020 में शासकीय अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद से रिटायर थीं। पति पंकज दुबे का 2014 में निधन हो गया था। बच्चे नहीं थे। उनके साथ उनका भतीजा दीपांशु दुबे रहता था। गत दिवस दीपांशु शुक्ला अपनी बुआ विराजबाई दुबे 65 वर्ष और अन्य परिजनों के साथ कार क्रमांक एमपी 59 सी 2447 से बीती रात डिंडोरी से जबलपुर लौट रहे थे। शनिवार एवं रविवार की दरम्यिानी रात्रि 3:30 बजे वे जैसे ही पाटबाबा रोड केंद्रीय विद्यालय गेट नंबर 1 के पास पहुंचे थे तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनकी कार पर पथराव कर दिया था। हमले में विराजबाई गंभीर रूप से घायल हो गई थी। जिनकी इलाज के दौरान निजी अस्पताल में मौत हो गई थी।
फुटेज से सुराग लगते ही दबोचा
घमापुर थाना प्रभारी सतीश कुमार ने बताया कि सीसीटीव्ही फुटेज की जांच की गई। सुराग लगते ही तरुण रजक उर्फ रिंकू रजक, प्रिंस कुशवाहा, रितिक घारु, अभिषेक दत्ता तीनों निवासी रांझी को दबोचा गया। पूछताछ में तरुण रजक द्वारा प्रिंस, रितिक एवं अभिषेक द्वारा लूट के लिए दुषप्रेरित करने पर लूट की नियत से नैनो कार पर पत्थर मार कर वारदात करना स्वीकार किया। आरोपियोंं के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक्टीवा, बाइक जब्त कर ली गई है।