नवभारत न्यूज
रीवा, 14 अप्रैल, अंबेडकर जयंती के अवसर पर आजीवन कारावास की सजा काट रहे 12 बंदियो को रिहा कर दिया. 13 बंदियो की रिहाई का प्रस्ताव मुख्यालय भोपाल भेजा गया था. जिसमें से 12 की स्वीकृति मिली और रविवार को सभी 12 बंदियों को रिहा कर दिया गया. सूखी सजा के 14 साल और माफी मिलाकर 20 साल का कारावास काटने के बाद रिहा किया गया. जेल नियमो के तहत रिहा किये गये बंदी अब खुली हवा में सांस ले सकेगें.
केन्द्रीय जेल से जिन बंदियों को रिहा किया गया. उनमें योगेन्द्र सिंह पिता अजीत सिंह 34 वर्ष झलवार थाना सेमरिया, रामस्वरूप पिता छोटकू बैगा 48 वर्ष सिंगरौली, धन्नू कोल पिता कतकू कोल 58 वर्ष निंदावन अनूपपुर, राधेश्याम पिता तुलसीदास बैस 45 वर्ष सिद्धिकला सिंगरौली, राजेश्वरी बैस पिता तुलसीराम 54 वर्ष सिद्धिकला सिंगरौली, श्यामसुंदर पिता तुलसीराम बैस 62 वर्ष सिद्धिकला सिंगरौली, रमेश सिंह गहरवार पिता जनार्दन सिंह 62 वर्ष घोघी थाना मझौली, सीताराम पाव पिता जयलाल सिंह पाव जल्दा टोला अनूपपुर, गोपाल सिंह पिता जयलाल सिंह 58 वर्ष जल्दा टोला अनूपपुर, शंकर सिंह पिता गोपाल सिंह 33 वर्ष जल्दा टोला अनूपपुर, अशोक कुमार द्विवेदी पिता मोहनलाल द्विवेदी 39 वर्ष बागड़ जिला सीधी एवं राजू महरा पिता आत्माराम महरा 35 वर्ष भयनान टोला शहडोल को रिहा किया गया. एक बंदी और था जिसका मामला उच्च न्यायालय में चल रहा है, जिसके कारण उसकी रिहाई नही हो सकी.