रांची, 17 जुलाई (वार्ता) केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री और झारखंड के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को झारखंड की हटिया विधानसभा में अभिनंदन सह-विजय संकल्प सभा को संबोधित किया।
इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि, आज का दिन नेताओं के स्वागत का नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं के सम्मान का दिन है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता नींव के पत्थर है। कार्यकर्ताओं से ही पार्टी को मजबूती मिलती है। वहीं श्री चौहान ने कहा कि, मैं अतिथि नहीं हूं, मैं मामा और भैया हूं, आपके परिवार का सदस्य हूं। हम सब एक परिवार है इसलिए हमें आत्मीयता से काम करना है। आने वाले विधानसभा चुनाव में बेईमानों की सरकार को उखाड़ कर फैंकना है और झारखंड को बचान है।
केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री चौहान ने हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, सोरेन सरकार ने झारखंड में भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कर दी हैं। प्रदेश में भ्रष्टाचार की नित्य नयी परिभाषा गढ़ी जा रही है। राज्य में घोटालों और भ्रष्टाचार से जनता त्राहिमाम कर रही है। श्री चौहान ने कहा कि, झारखंड में अपराध भी चरम सीमा पर है। उन्होंने एनसीआरबी के आंकड़ों का उल्लेख करते हुए बताया कि पिछले साढ़े चार साल में 7 हजार 812 हत्याएं हुई। इनकी सरकार में 7 हजार 115 बलात्कार हुए। झारखंड की धरती पर 6 हजार 937 अपरहरण हुए। दंगे 8 हजार 592 हुए। लूट 2 हजार 721 हुईं। डकैती 485 हुई। और संघेय अपराध 2 लाख 73 हजार 261 हुए। रुबिका जैसी बिटिया के टुकड़े टुकड़े कर के और एक नहीं 50-50 टुकड़े कर फैंकने का काम इस सरकार में अपराधी करते हैं। इस सरकार को शर्म आनी चाहिए, जो बहनों और बेटियों की इज्जत नहीं बचा सकती। उनका अपमान करती है। इतना ही नहीं इस सरकार में घुसपैठिए जनजाति बेटियों से शादी कर जमीनें हड़प कर हकदार भी बन रहे हैं और उनके नाम से चुनाव तक लड़ रहे हैं।
केन्द्रीय मंत्री श्री चौहान ने कहा कि, चुनाव से पहले गठबंधन सरकार ने जनता से सैकड़ों वादे किए थे, लेकिन मिला कुछ नहीं। 5 लाख नौकरियां देने का वादा था, लेकिन नौकरियां केवल होर्डिंग्स में ही मिली। 5 हजार रूपए स्नातक और 7 हजार रूपए स्नातकोत्तर को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा था, लेकिन ना नौकरी मिली ना ही बेरोजगारी भत्ता मिला। गरीब बहनों को 2 हजार रूपए घर खर्च देने का वादा था, 5 सालों में उन्हें भी घर खर्च नहीं मिला। महिलाओं को बिना गारंटी, केवल आधार कार्ड पर 50 हजार रूपए का लोन देने का वादा था, लेकिन आज तक किसी भी बहन को लोन नहीं मिल सका। किसानों से किसान बैंक खोलने का वादा किया था, लेकिन कहीं भी किसान बैंक नहीं खुला। उल्टा इन्होंने तो झारखंड की जनता से छीना है। जब झारखंड में भाजपा की सरकार थी तो 5 एकड़ तक के किसानों को 5 हजार रूपए प्रति एकड़ दिया जाता था, लेकिन सोरेन सरकार ने सत्ता में आते ही किसानों से ये राशि छीन ली। भाजपा सरकार में 50 लाख तक की संपत्ति बहन-बेटी के नाम पर खरीदी जायेगी तो केवल 1 रूपया में रजिस्ट्री हो जाएगी। इन्होंने बहनों से ये भी छीन लिया। सोरेन सरकार ने दिया नहीं बल्कि सब कुछ छीन लिया। उन्होंने कहा कि, मैं प्रधानमंत्री जन-मन योजना के अंतर्गत जो मकान बन रहे थे उन्हें देखने गया था। तो मुझे वहां बहनों ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने तो पैसा भेज दिया, लेकिन बालू नहीं मिल रही। बालू हमें किलो से मिल रही है। तौल तौल कर मिल रही है। ये बालू तक खा गए। झारखंड की जनता को क्या मिला..? मिली खनन की लूट, मिली बालू की लूट, मिला भ्रष्टाचार। खनन भी ऐसा कि, पहाड़ के पहाड़ गायब हो गए। ये मिला है झारखंड को।