छिंदवाड़ा। पिछले दिनों से हो रही लगातार बारिश के कारण मौसम में अचानक बदलाव हुआ है। वहीं, बारिश के कारण जिले में जलजनित रोगों की संभवना भी प्रबल हो गयी है। बारिश के कारण तापमान में गिरावट तो हुई है, वहीं अभी का मौसम मच्छरों के लिए अनुकूल भी हो गया है। इस वजह से मच्छर जनित बीमारियों की संभावना भी बढ़ गयी है। बारिश के बाद मोहल्लों में जलजमाव के कारण डेंगू व मलेरिया होने की संभावना है। वायरल बुखार के साथ डेंगू का प्रकोप भी क्षेत्र में बढऩे लगा है। डेंगू मलेरिया से प्रकोप का ऐसा ही एक मामला छिंदवाड़ा तहसील मुख्यालय के ग्राम पंचायत उभेगांव से आया जहां गांव में बुखार और डेंगू के चलते 12 से अधिक लोग बीमार पड़े हैं। इनमें 4-5 लोग शहर के अलग-अलग निजी अस्पतालों में भर्ती कराए गए हैं। बता दें कि ग्राम पंचायत उभेगांव में जुलाई महीने के शुरुआत से ही डेंगू और मलेरिया का प्रकोप शुरू हो गया था। स्वास्थ्य विभाग कागजों में अभियान चलाकर खानापूर्ति में जुटा है। जिला मुख्यालय से करीब 22 किमी दूर बसे उभेगांव में अधिकतर घरों में लोग बुखार, डेंगू और मलेरिया से जूझ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव के सरकारी चिकित्सालय में ना डॉक्टर है और ना ही पर्याप्त मात्रा में दवाएं उपलब्ध है। लोग गांव में बैठे झोलाछापों से इलाज करवा रहे हैं। सुधार न होने पर निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ रही हैं। ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत उभेगांव पर आरोप लगाते हुए बताया कि गांव में गंदगी के जगह-जगह ढेर लगे हुए हैं। नाली जाम होने से बजबजा रही है, क्षेत्र में सालों से साफ-साफ नहीं होने से गाजर घास, जैसे अनेक जहरीले घास उग रहे हैं जिससे घरों के आस-पास जहरीले मछरों का लगातार प्रकोप बढ़ रहा है। लोगों ने ग्राम पंचायत के सरपंच सुनीता/सुनील डेहरिया और सचिव मोहन डेहरिया पर आरोप लगाया है कि ग्रामीणों द्वारा बार-बार सूचना देने के बाद भी ग्राम पंचायत सरपंच और सचिव द्वारा आज तक साफ-सफाई कि किसी प्रकार कोई व्यवस्था नहीं कि गई। ग्रामीणों ने अब जिला प्रशासन से उक्त समस्या से निजात दिलाने कि मांग कि है।
डेंगू-मलेरिया से बचने के लिए यहां करें उपाय 00000000000000000000000
डेंगू या मलेरिया जैसी बीमारी के लक्षण दिखने पर इसे गंभीरता से लें और खुद से कोई भी दवा न लें। शाम के वक्त मच्छरों का आक्रमण चरम पर होता है इसलिए कोशिश करें कि इस दौरान घर से बाहर न निकलें। घर में रखे डेकोरेशन की चीजों में या फिर फूलदान में पानी जमा न होने दें। अगर कूलर का इस्तेमाल करते हैं, तो उसे समय समय पर बदलते रहें, ताकि मच्छरों को पनपने का मौका न मिले। ऐसे समय बाहर कम निकलें जब मच्छरों का आक्रमण सबसे ज्यादा होता है।
ग्रामीणों का लिए सैंपल 0000000000000000000000000
सरपंच पति सुनील डेहरिया से मिली जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों पूर्व डॉक्टरों कि टीम ने मलेरिया जांच को लेकर कुछ ग्रामीणों का सैंपल लिया है। जिसकी रिपोर्ट आभी नहीं आई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को भी सावधानी बरतने व मच्छरदानी का उपयोग करने को कहा है।
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