भोपाल, 12 जुलाई (वार्ता) लगभग 50 वर्ष पहले देश में आपातकाल लागू होने की घोषणा वाले दिन 25 जून को प्रत्येक वर्ष ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के निर्णय को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अभिनंदन योग्य बताते हुए इसका स्वागत किया है।
डॉ यादव ने सोशल मीडिया एक्स के जरिए लिखा है, “भारत सरकार द्वारा 25 जून को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय करोड़ों भारतीयों की आवाज को मुखर करते हुए उनके संघर्ष को नमन करने का ऐतिहासिक प्रयास है। इस निर्णय के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह जी का हृदय से अभिनंदन करता हूं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के कलंकित अध्यक्षा ‘आपातकाल’ से भारत के नागरिकों की आवाज का क्रूरता से दमन करते हुए प्रगति को बाधित किया गया था। यह दिवस संपूर्ण भारत को लोकतंत्र की मजबूती और रक्षा की प्रेरणा देगा।”
इस बीच लोकतंत्र सेनानी संघ के अध्यक्ष और पूर्व सांसद कैलाश सोनी ने केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतंत्र विरोधी मानसिकता की रही है। इसलिए 1975 में आपातकाल लगाकर संविधान की हत्या की गयी थी। संघ के मध्यप्रदेश अध्यक्ष तपन भौमिक ने भी इस निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि संविधान हत्या दिवस घोषित होने से वर्तमान पीढ़ी कांग्रेस द्वारा देश में आपातकाल लगाने के बारे में अवगत हो सकेगी।