जबलपुर: मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में शुक्रवार को जहां जस्टिस संजीव सचदेवा ने कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश का पदभार संभाला तो वहीं एसीजे रहे जस्टिस शील नागू को पंजाब हरियाणा का मुख्य न्यायाधीश बनने के बाद विदाई दी गई।इस दौरान वक्ताओं ने न्यायमूर्ति सचदेवा को कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रहे जस्टिस श्री नागू को मुख्य न्यायाधीश बनाए जाने की बधाई दी। जस्टिस श्री नागू जज बनने से पूर्व मप्र हाईकोर्ट में ही वकालत करते थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यवाहक नवागत कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश संजीव सचदेवा ने न्यायमूर्ति श्री नागू के व्यक्तित्व-कृतित्व को रेखांकित कर मुख्य न्यायाधीश बतौर पदोन्नत किए जाने पर अपनी शुभकामना व्यक्त की।
साथ ही कहा कि जबलपुर के वकीलों की भावना को समझ सकता हूं, क्योंकि आज उनके बीच से उनका पुराना वकील साथी दूसरे हाईकोर्ट जा रहा है। यह भले ही गम का सबब हो किंतु उसकी मुख्य न्यायाधीश बतौर पदोन्नति बड़ी खुशी का कारण भी तो है। महाधिवक्ता कार्यालय की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता हरप्रीत रूपराह, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से अध्यक्ष धन्य कुमार जैन, हाईकोर्ट बार ग्वालियर के अध्यक्ष पवन पाठक, हाईकोर्ट एडवोकेट्स बार अध्यक्ष अनिल खरे, एमपी स्टेट बार काउंसिल की ओर से चेयरमैन राधेलाल गुप्ता, केंद्र शासन की ओर से उप महान्यायवादी पुष्पेंद्र यादव व सीनियर एडवोकेट्स काउंसिल के महासचिव आदित्य अधिकारी ने जस्टिस शील नागू व जस्टिस श्री सचदेवा के जीवनवृत्त को प्रेरणादायक निरूपित किया।
भुला नहीं पाऊंगा
अपने बारे में वक्तव्य देने वालों के प्रति साधुवाद ज्ञापित करते हुए जस्टिस श्री नागू ने कहा कि इस हाईकोर्ट को विस्मृत करना असंभव है। इसी भूमि से उठकर तरक्की के सोपान चढ़ा हूं। यहां का एक-एक पल खूब याद आएगा। वहीं नवागत एसीजे जस्टिस श्री सचदेवा ने कहा कि जब राजधानी से संस्कारधानी आया था, तभी स्वागत समारोह में नर्मदा व महाकाल के प्रदेश आने पर गर्व की अनुभूति अभिव्यक्त कर चुका हूं। इसहाई कोर्ट के बार व न्यायजगत का गरिमामय इतिहास रहा है। इसलिए यहां एसीजे बनना गौरव की बात है।