गोरबी से लेकर सीधी तक गोपद नदी के पुल के अलावा कही पर नही चल रहा निर्माण कार्य, सीधी-सिंगरौली सड़क का मामला
सिंगरौली :सीधी-सिंगरौली एनएच 39 निर्माणाधीन फोरलेन के कार्य पर फिर से ग्रहण लग गया है। करीब एक महीने से गोपद पुलिया के अलावा गोरबी से लेकर सीधी तक एक जगह भी कार्य नही चल रहा है। इसी का पता लगाने नवभारत टीम बुधवार एवं गुरूवार तक भ्रमण कर जायजा लेती रही।सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राजमार्ग का आधारशीला वर्ष 2012-13 में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा देवसर मुख्यालय में विधि विधान पूर्वक रखी गई थी। मुख्यमंत्री के द्वारा किस मुहुर्त में एनएच 39 के निर्माण के लिए आधारशीला रखी गई थी।
अब यह चर्चा का विषय बन गया है कि शुभमुहुर्त नही था। इसीलिए सड़क निर्माणकार्य में ग्रहण लग गया है। करीब 12 साल से अधिक का समय गुजर गया । लेकिन करीब 105 किलोमीटर दूरी की सड़क भारी भरकम बजट मिलने के बावजूद नही बन पाई। लिहाजा अब एमपीआरडीसी के द्वारा तीसरी बार उक्त सड़क का टेंडर कराया जा रहा है। जहां टेंडर प्रक्रिया आरंभ है। वही करीब एक महीने के अधिक समय से सड़क का निर्माणकार्य करीब-करीब पूरी तरह से ठप है।
जबकि पिछले माह 23 जून को पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्यमंत्री व सांसद डॉ. राजेश मिश्रा ने उक्त सहित अन्य कार्यों के संबंध में सिंगरौली के कलेक्ट्रोरेट सभागार में समीक्षा बैठक लिया था। वहा एमपीआरडीसी के अधिकारियों ने सही जानकारी नही दिया। वही नवभारत की टीम ने सड़क का जायजा लेने गोरबी से लेकर सीधी तक भ्रमण किया। लेकिन गोपद पुल के अलावा कही भी टीबीसीएल कं पनी का कार्य नही दिखा। यहां तक कि टीबीसीएल कंपनी के कैंप से धीरे-धीरे मशीनों व वाहनों की संख्या कम हो रही है। चर्चा है कि टेंडर समाप्त होने के बाद उक्त कंपनी जाने के मूड में है। इसीलिए मशीनरी पाट्स को समेटने में लगा है।
105 किमी. दूरी को तीन भागों में टेंडर
एमपीआरडीसी के एक जिम्मेदार अधिकारी ने कहा कि एनएच 39 का तीसरी बार टेंडर कराया जा रहा है। इसकी कुल दूरी 105 किलोमीटर के लिए 410 करोड़ रूपये की मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रि या आरंभ है। आगे बताया कि एनएच 30 को तीन खण्डों में बांटा गया है। ताकि अलग-अलग संविदाकार मिल सके। पहला सीधी से बहरी के गोपद पुल तक, दूसरा गोपद पुल से लेकर बरगवां तक एवं तीसरा बरगवां से लेकर खनहना यूपी बार्डर तक शामिल है। उन्होंने यह भी बताया है कि टीबीसीएल का अनुबंध समाप्त नही हुआ है और बारिश के सीजन तक मरम्मत कार्य टीबीसीएल कंपनी के द्वारा कराया जाएगा। गोपद पुलिया का कार्य चल रहा है। उन्होंने माना है कि सीधी-सिंगरौली निर्माणाधीन फोरलेन के कार्य की प्रगति न्यून है।
तीसरी बार शुरू हुआ टेंडर की प्रक्रि या
सीधी-सिंगरौली राष्ट्रीय राज्यमार्ग एनएच 39 निर्माणाधीन फोर लेन का कार्य 12 वर्षों की अधिक समय से आरंभ है। पहली बार गैमन इंडिया को टेंडर मिला। जहां उसने उक्त कार्य को संविदा कंपनी टेक्नोयूनिट को कमीशन पर दे दिया था। करीब आठ साल में भी गैमन इंडिया ने कार्य पूर्ण नही किया तो उसे ब्लैक लिस्ट करते हुये दूसरी बार भारत सरकार के सड़क परिवहन मंत्रालय से टेंडर हुआ। जहां टीबीसीएल कंपनी को कार्य मिला। यह कंपनी भी विगत तीन सालों में कार्य पूर्ण नही कर पाई। कार्य को पूर्ण कराने के लिए करीब एक दर्जन से अधिक बार डेड लाईन भी तय की गई और सभी डेड लाईन फेल हुआ। अब तीसरी बार सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार टेंडर करा रहा है। जहां टेंडर की प्रक्रि या आरंभ है। एमपीआरडीसी के अधिकारी बताते हैं कि बारिश सीजन के बाद ही कार्य की प्रगति दिख सकती है।