-भाजपा के दो दर्जन से ज्यादा नेता चुनावी पिकनिक मनाकर चले गये
-सरकारी खर्चे पर चर्चा करने आये, खूब पटपटाये जैसे चुनावी चिडिय़ा पटपटा रही
छिन्दवाड़ा:- साल के बारह माह में से वर्षाकाल के मौसम में जुगनू निकल आती है, वह कुछ, कुछ देरी से टिमटिमाती है और इसमें वह यह वहम पाल लेती है कि सारा ज़हान उसके टिमटिमाने से ही रोशन हो रहा है। ठीक ऐसा ही वहम भाजपा की प्रवासी महिला नेत्री राज्य सभा सांसद कविता पाटीदार ने भी पाल लिया है कि भाजपा ने धनबल, षड्यंत्र से चुनाव जीतकर ज़हान जीत लिया, किन्तु उनका यह गुरूर अमरवाड़ा की जनता जल्द ही तोडऩे वाली है।
पूर्व सीएम श्री कमलनाथ व पूर्व सांसद श्री नकुलनाथ पर्यटन पर नहीं अपने घर और अपनों के बीच आते हैं, जिले की जागरूक जनता इस बात को भली भांति जानती है कि विधानसभा चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव और अब अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव तक केन्द्र और राज्य के दो दर्जन से ज्यादा भाजपाई नेता छिन्दवाड़ा भ्रमण पर आकर जा चुके हैं। उन्होंने जनता के पैसे पर खूब मौज मारी, पटपटाये और चले गये, किन्तु छिन्दवाड़ा को एक रुपये की योजना व परियोजना नहीं दी। उक्त उदगार आज मप्र विधानसभा की पूर्व उपाध्यक्ष हिना कावरे ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से व्यक्त किये।
आगे कहा कि चुनावी चिडिय़ा भूल गई पर्यटन की सच्ची कविता और बिगड़ गया कविता का सार, क्योंकि चिडिय़ा भूल गई उनका पूरा कुनबा चुनावी पर्यटन पर अभी भी छिन्दवाड़ा में ही है। राज्य सभा सांसद कविता पाटीदार के बयान पर पलटवार करते हुये हिना कावरे ने आगे कहा कि विधानसभा चुनाव से लेकर लोकसभा चुनाव तक भाजपाई अमित शाह, गिरिराज सिंह, डॉ. एल. मुरगन, प्रहलाद पटेल, फग्गन सिंह कुलस्ते, शिवराज सिंह चौहान, कमल पटेल, बी.डी शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय, डॉ. मोहन यादव, सुनीता दुग्गल, कविता पाटीदार, योगी आदित्य नाथ से लेकर अन्य छोटे-बड़े भाजपाई चुनावी पर्यटन पर खूब आये। अभी यह सिलसिला जारी है, क्योंकि भाजपा को छिन्दवाड़ा की जनता से ज्यादा चुनाव की चिंता है। चुनाव खत्म तो भाजपाईयों की पिकनिक खत्म। बीते 45 वर्षों में इनमें से एक भी नेता ने छिन्दवाड़ा व अमरवाड़ा की सुध नहीं ली। जबकि पूर्व सीएम श्री कमलनाथ व सांसद श्री नकुलनाथ निरंतर प्रत्येक परिस्थिति में जिले की जनता के साथ हैं। चाहे कोरोना संक्रमण काल हो या फिर ओर कोई विपदा की घड़ी। राज्य सभा सांसद सुश्री पाटीदार की जानकारी में यह होना चाहिये कि शहीदों के परिवार के बीच सबसे पहले कांग्रेस परिवार के सदस्य पहुंचे और यही नहीं शोकाकुल परिवार के सदस्यों से तत्काल श्री नकुल-कमलनाथ ने सर्वप्रथम चर्चा भी की।
सुश्री कावरे ने अपनी जारी प्रेस विज्ञप्ति के अंत में कहा कि चुनावी हार भाजपा के लिये मायने रखती है वह इसका द्वेष भी पालती है और बदला भी लेती है। उदाहरण के तौर पर नकुल-कमलनाथ के द्वारा स्वीकृत योजना व परियोजनों पर सत्ता में आते ही भाजपा ने रोक लगा दी थी। पूर्व सीएम श्री कमलनाथ के लिये छिन्दवाड़ा आज भी उतना ही अहमित रखता है जितना पहले रखता था। उनके लिये छिन्दवाड़ा अपना घर और यहां की जनता परिवार है, थी और हमेशा रहेगी, किन्तु यह बात कविता पाटीदार जी नहीं समझ सकती, क्योंकि वे प्रत्येक बार सरकारी खर्चे पर चुनावी चर्चा और पर्यटन पर आतीं रही है।