गल्ला बाजार में अतिक्रमण पर फिर चला शासन का बुलडोजर

दुकानों के सामने से तोड़े चबूतरे और सज्जे, प्रशासन और नगर निगम की संयुक्त कार्रवाई

छिंदवाडा। शहर में अतिक्रमण को लेकर प्रशासन ने आज फिर बुलडोजर चलाया है। फव्वारा चौक के समीप गल्ला बाजार में फिर प्रशासन और निगम ने संयुक्त कार्रवाई की है। यहां से दुकान के सामने के चबूतरे और सज्जे तोड़ दिए है। अतिक्रमण हटने के बाद सडक़े चौड़ी हो गई है। इस तरह शासन पूरे शहर से अतिक्रमण हटाएगा। दरअसल शनिवार को शासन ने सूचना दी थी कि शहर से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसके बाद रविवार को राजस्व अधिकारी सहित नगर निगम का अमला पहुंचा। जहां उन्होंने दुकानों के सामने किराना सामग्री रखने के लिए चबूतरे बनाए थे। वही दुकान के सामने बड़े बड़े टीन शेड बना लिए थे। प्रशासन ने इस सभी अतिक्रमण को जेबीसी मशीन से तुड़वा दिया। हालांकि इस दौरान दुकानदारों ने कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की और न ही कोई वाद विवाद की स्थिति बनी। दुकानदारों ने सामने आकर खुद अतिक्रमण हटा लिया। प्रशासन को भी ज्यादा जद्दोजहद नहीं करना पड़ी। हालांकि पिछले कुछ महीने पहले जहां जहां से अतिक्रमण हटाया गया था। वहां फिर से अतिक्रमण जमना शुरू हो गया है। ऐसा कर शासन को खुली चुनोती दे रहे है।

इन जगहों पर फिर जमे अतिक्रमण

बता दें कि एक महीने पूर्व छिंदवाडा शहर में अतिक्रमण की कार्रवाई की थी। इससे शहर की यातायात में सुधार हुआ, लेकिन प्रशासन की नजर हटते ही सीएस काम्प्लेक्स, जेल बगीचा, कलेक्ट्रेट के सामने, बीएसएनएल आफिस के सामने परासिया नाका, दशहरा मैदान पर फिर वापस अतिक्रमण जम गया है। शासन चाह कर भी इन लोगों को हटा नहीं पा रही है।

यहां से नहीं हट रहा अतिक्रमण

शहर के चन्दनगांव से लेकर इमलीखेड़ा तक बेजा अतिक्रमण है। सडक़ के दोनों ओर गुमठियां जम गई है। जिनमें शाम होते ही जाम छलकने लगते है। नशे के कारण आए दिन यहां वाद विवाद होते रहते है। प्रशासन इसके पहले भी शुरू अतिक्रमण मुहिम के दौरान नहीं पहुंचा है। जबकि यहां कब्जेधारियों ने बड़े बड़े अतिक्रमण किए है।

नहीं बना रहे हॉकर जॉन

शहर से अतिक्रमण हटाया जा रहा है, लेकिन शासन ने अभी तक इन अतिक्रमण कारियों के लिए व्यवस्था नहीं की है। जबकि प्राशासन को चारों ओर हॉकर जॉन नहीं बनाए गए है। जिससे कम तो कम फुटपाथ व्यवसायी अपना व्यवसाय कर परिवार का पालन पोषण कर सकें। वही सब्जी बाजार को जेल बगीचे में शिफ्ट किया गया है, लेकिन वहां अभी तक किसी तरह की सुविधाएं नहीं दी गई है। इससे वहां के सब्जी व्यवसायी परेशान हो रहे है।

कब हटेगा अंजुमन काम्प्लेक्स

शहर के बीचो-बीच नियमों को ताक पर रखकर अंजुमन काम्प्लेक्स बनाया गया है। इसे हाईकोर्ट से तोडऩे के आदेश भी दिए गए थे। इसके बाद भी इस अतिक्रमण को नहीं हटाया गया है। बता दें कि यह जमीन आधी नजूल की और आधी धार्मिक आयोजन के लिए दी गई थी। अंजुमन कमेटी ने अधिकारियों की सांठ-गांठ से इस जमीन पर आधे से अधिक अवैध काम्प्लेक्स तान दिया। अधिकारी भी इस अतिक्रमण को नहीं हटा पा रही है। इसको लेकर अधिकारियों पर संवालिया निशान लग रहे है।

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