नयी दिल्ली 08 मार्च (वार्ता) महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को दिल्ली समेत देश के विभिन्न हिस्सों में शिवालयों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने के लम्बी-लम्बी कतारों में देखे गये। सुबह से ही राजधानी के कई मंदिरों में लोग सुबह से ही शिवालयों के बाहर नजर आये। पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखने को मिला और मंदिरों में हर हर महादेव के उद्घोष सुनायी दिये।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सभी देशवासियों को महाशिवरात्रि पर्व कि अनंत शुभकामनायें देते हुये सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट में लिखा, “ मेरी मंगल कामना है कि उत्साहपूर्वक मनाया जाने वाला यह पर्व सबके जीवन में शांति और समृद्धि लेकर आये।”
उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज यहां जारी एक संदेश में कहा कि शिव और शक्ति संयुक्तता और बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक हैं। यह दिन आध्यात्मिकता की उन्नति के लिए भी महत्वपूर्ण है। श्री धनखड़ ने कहा, “ महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सभी राष्ट्रवासियों को शुभकामनायें। भगवान शिव सभी के जीवन में शांति, सदभाव और प्रसन्नता प्रदान करें।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने महाशिवरात्रि के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनायें दीं और कामना की कि यह पर्व हर किसी के जीवन में नयी ऊर्जा लेकर आये और ‘अमृतकाल’ में देश के संकल्पों को नई शक्ति प्रदान करे।
राजधानी में महाशिवरात्रि पर सुबह से ही विभिन्न मंदिरों में हर-हर महादेव के जयघोष की गूंज शुरू हो गयी है। पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार स्थित गुफा वाले शिव मंदिर में शिवलिंग पर जलाभिषेक करने के लिये श्रद्धालु शिव भक्तों की लम्बी कतार देखी गयी। श्रद्धालुओं ने मंदिर में पहुंचकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करके पूजा-अर्चना की। राजधानी में प्रसिद्ध मंदिरों में से एक और सबसे ऊंची शिवजी की प्रतिमा के नाम से मशहूर महिपालपुर के शिव मंदिर से महाशिवरात्रि के अवसर पर लोगों की भीड़ उमड़ी। इस दौरान भक्त देवाधिदेव महादेव के दर्शन करने के लिए लाइन में लगे दिखे और हर-हर महादेव के जयकारों से माहौल शिवमय हो गया।
देवाधिदेव महादेव की उपासना के पावन पर्व महाशिवरात्रि पर मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने भरोहिया के पितेश्वरनाथशिव मंदिर में जलाभिषेक तथा गोरखनाथ मंदिर के शक्तिपीठ में भगवान शिव का रुद्राभिषेक कर प्रदेशवासियों के आरोग्य, सुख, समृद्धि व शांति की मंगलकामना की।
योगी सुबह पहले लखनऊ से पीपीगंज के भरोहिया स्थित पितेश्वरनाथ शिव मंदिर पहुंचे।
यहां बाबा पितेश्वरनाथ का दर्शन, पूजन एवं विधि-विधान से जलाभिषेक कर सम्पूर्ण मानव जाति के कल्याण, सुख-समृद्धि एवं शांति की प्रार्थना की। पांडवकालीन मान्यता वाले पितेश्वरनाथ मंदिर का गोरक्षपीठ से गहरा नाता है। गोरक्षपीठाधीश्वर हर महाशिवरात्रि यहां जलाभिषेक करने आते हैं।
पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित ने भी लोगों को शुभकामनायें दीं और कहा कि महाशिवरात्रि भगवान शिव के लाखों भक्तों के लिये सबसे शुभ और महत्वपूर्ण आध्यात्मिक त्योहार है और यह दिन उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है।
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ भगवान शिव सभी को आध्यात्मिक विकास और आंतरिक शांति का आशीर्वाद दें। आइये भगवान शिव की दिव्य ऊर्जा को आत्मसात करके अंधेरे और अज्ञानता को दूर करें। ”
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने लोगों को हार्दिक शुभकामनायें दीं और पत्नी गुरप्रीत कौर के साथ मोहाली में एक शिव मंदिर में माथा टेका। उन्होंने कहा, ‘‘यह शुभ अवसर हम सभी में प्रेम, स्नेह, सौहार्द और भाईचारे के महान विचारों को प्रेरित करे।’
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव सपत्नीक श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे और भगवान महाकाल के दर्शन कर पूजा-अर्चना की और पूजन कर जगत के मंगल एवं कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री ने सभी देश और प्रदेशवासियों को महाशिवरात्रि के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि देवाधिदेव महादेव सभी के जीवन में सुख, समृद्धि एवं खुशहाली लाएं, यही प्रार्थना है। उज्जैन में सुबह से महाकाल के दर्शन के लिए लम्बी कतार देखी गयी।
महाराष्ट्र के नासिक जिले के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर और अन्य मंदिरों में भगवान शिव के दर्शन करने के लिये हजारों भक्त उमड़े। मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र ‘ओम नमः शिवाय’, ‘हर हर महादेव’ और ‘जय भोलेनाथ’ के उद्घोष से गूंज उठे। देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्र्यंबकेश्वर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी। श्रद्धालु कपालेश्वर, सोमेश्वर, तेलभांडेश्वर, भगवान बाणेश्वर और नरोशंकर मंदिरों में भी पहुंचे। लोगों ने रामकुंड और तीर्थराज कुशावर्त में पवित्र डुबकी लगायी। अधिकारियों ने कहा कि भीड़ प्रबंधन के लिये समुचित व्यवस्था की गयी है।
बिहार के पटना समेत पूरे राज्य के शिव मंदिरों में हर-हर महादेव की गूंज सुनायी दी। श्रद्धालु भगवान शिव और माता पार्वती के जयकारे लगाते दिखे। इस मौके पर शिवलिंग पर जल, दूध, दही, गन्ने का रस, शहद, गंगाजल, धतूरा, आक का फूल, भांग, बेर, बेलपत्र आदि अर्पित कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री एवं तेलंगाना प्रदेश भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष किशन रेड्डी ने महाशिवरात्रि के अवसर पर सुबह हनुमाकोंडा के हजार स्तंभों वाले मंदिर में पूजा की। उन्होंने मंदिर में पुनर्निर्मित कल्याण मंडपम का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा, “मध्य युग के दौरान कश्मीर से कन्याकुमारी तक मंदिरों को नष्ट कर दिया गया था। तुगलक सेना ने रामप्पा मंदिर और वारंगल किले को नष्ट कर दिया था। अब पुनर्निर्मित कल्याण मंडपम में लगभग 132 स्तंभों का उपयोग किया गया था। काकतीय लोगों की मूर्तिकला अद्भुत थी, उन संरचनाओं की रक्षा करने की जरूरत है।”
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने भी महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रदेश वासियों को शुभकामनाये दीं। मुख्यमंत्री ने भगवान शिव से तेलंगाना के लोगों को शांति और समृद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की।
केरल में पारंपरिक उत्साह और उमंग के साथ महाशिवरात्रि का त्योहार मनाया गया। विशेष अनुष्ठानों में भाग लेने के लिये बड़ी संख्या में सभी उम्र के श्रद्धालु भगवान शिव के मंदिरों में पहुंचे। सुबह से ही तिरुवनंतपुरम के श्रीकंदेश्वरम महादेव मंदिर, त्रिशूर में वडक्कुनाथन मंदिर, अलुवा महादेव मंदिर और वैकोम में महादेव मंदिर सहित कई प्रसिद्ध मंदिरों के सामने श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गयी।