सरस्वती विद्यालय बैढऩ में दोनों छात्र-छात्राएं हैं अध्ययनरत
नवभारत न्यूज
सिंगरौली 24 अप्रैल। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश भोपाल के द्वारा आज कक्षा 10वीं एवं 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित किया गया। जहां कक्षा 10वीं में अध्ययनरत कुमारी दिव्या पाण्डेय एवं आशीष कुमार बैस ने 489 अंक अर्जित करने के साथ प्रदेश के प्रावीण्य सूची में 6वां स्थान अर्जित करते हुये जिले एवं परिवार तथा विद्यालय का नाम रोशन किया है।
जानकारी के अनुसार घोषित परीक्षा परिणाम में सरस्वती हाई स्कूल बैढऩ में अध्ययनरत कुमारी दिव्या पाण्डेय पिता देवेन्द्र कुमार पाण्डेय एवं आशीष कुमार बैस पिता रामप्रकाश बैस ने प्रथम श्रेणी के साथ 489 समान अंक अर्जित करते हुये प्रदेश के प्रावीण्य सूची में 6वां स्थान अर्जित करते हुये सिंगरौली का नाम रोशन किया है। परीक्षा परिणाम घोषित होते ही प्रदेश की प्रावीण्य सूची में दिव्या पाण्डेय एवं आशीष बैस का नाम 6वें स्थान पर दिखा। जहां दोनों का पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।
०००००००००
बाक्स
किसान के बेटे ने किया टॉप
आशीष कुमार बैस मूलत: चितरंगी विकास खण्ड के समीपी ग्राम गड़वानी के निवासी हैं। आशीष के पिता आटा-चक्की कारोबार के साथ-साथ मुख्यत: किसान हैं। आशीष अपनी बड़ी बहन के साथ घुरीताल में किराये से कमरा लेकर भाई-बहन पढ़ाई-लिखाई कर रहे हैं। आशीष एक साधारण सामान्य परिवार से हैं।
०००००००००
बाक्स
आईआईटी तैयारी करने की है तमन्ना: आशीष
आशीष बैस ने नवभारत को अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा की इसका श्रेय माता-पिता एवं बहन के साथ-साथ सरस्वती विद्यालय के गुरूजनों को है। जिनके आशीर्वाद से आज प्रदेश के घोषित परीक्षा परिणाम में प्रवीण्य सूची में 6वां स्थान मिला है। बिना किसी कोचिंग के यह मुकाम हासिल हुआ है। आगे कहा की आईआईटी की तैयारी करनी है। इसी उद्देश्य के साथ अगला विषय गणित होगी।
००००००००००
फोटो:- 7
००००००००००
०००००००
बाक्स
मुझे आईएएस बनना है: दिव्या
दिव्या के पिता मूलत: कलेक्ट्रेट के सामान्य शाखा में कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। रीवा जिले के मऊगंज-नईगढ़ी तहसील इलाके के निवासी हैं। दिव्या ने प्रदेश में 6वां स्थान अर्जित करने पर इसका श्रेय अपने माता-पिता एवं विद्यालय के गुरूजनों को देते हुये अपनी प्रतिक्रिया को व्यक्त करते हुये कहा की विद्यालय के गुरूजनों ने अच्छा सपोर्ट किया। जिनके बदौलत यह मंजिल हासिल हुई है। मुझे आगे सिविल सर्विसेस आईएएस की तैयारी करनी है। इसी उद्देश्य के साथ आगे की पढ़ाई करते हुये तैयारी करनी है।