जबलपुर: प्रदेश के साथ शहर में मानसून की दस्तक होते ही निगम प्रशासन हरकत में आ गया है। इसकी बानगी नेपयिर टाऊन के चौथे पुल से शास्त्री ब्रिज वाले मार्ग पर नाली का निर्माण किया जा रहा है। सिर पर खड़े मानसून के चलते यह काम आनन – फानन में किया जा रहा है। निगम के इस कार्य को देखते हुए प्यास लगने पर कुएँ खोदने कहावत बिल्कुल फिट बैठ रही है। बेतरतीब ढंग से बन रही नाली पर ना तो बेस डाला जा रहा है और ना ही सडक़ किनारे इसकी चौड़ाई एक सी रखी जा रही है। जिसके चलते इस नाली की ढाल एक सी दिखाई नहीं दे रही है। इतना ही नहीं मेन रोड के किनारे जगह-जगह को डस्ट के ढेर भी लगा दिये गये हैं। जो हवा के समय इधर-उधर होकर फैल रहे हैं। देेखरेख के अभाव के चलते नाली निर्माण में मनमानी की जा रही है।
तो होगा जल भराव
मानसून आने के साथ ही नालियों का निर्माण कर खाना पूर्ति की जा रही है। आलम यह है कि नाली में ना तो सपोटिंग साइड ना बनाकर सीधे डस्ट कर भराव किया जा रहा है। ऐसे में जानकारों की मानें तो यह नाली का एक बरसात भी झेल पाना मुश्किल साबित होगा। लेकिन निगम बेपरवाह बनकर बैठा हुआ है। सही ढंग से देखरेख ना होने के कारण कहीं-कहीं यह नाली सकरी तो कहीं ज्यादा चौड़ी हो रही है। ऐसी स्थिति अगर रही तो इस मानसून में नेपियर टाउन सहित अन्य पॉश इलाकों में जल भराव होने की संभावना बनी रहेगी।