झाबुआ: नगर के सिद्वेश्वर महादेव मंदिर के पीछे हॉटल हंसा के सामने की दुकान संचालकों ने अपनी दुकाने इतनी फैला ली थी कि मार्ग की सडक ही सकरी हो गई। अतिक्रमण के चलते लोगों का निकलना दुश्वार हो गया था। जाम के झाम से लोग जूझ रहे थे। सड़क तक फैली दुकानों सेे लगते जाम से लोग परेशान हैं। मार्ग पर आवागमन के दौरान लोगों के साथ दुकानों के आस पास के रहवासियों को भी कई परेशानियां झेलना पडती थी। इस समस्या की शिकायत कई बार नपा को की गई, लेकिन कोई ध्यान नही दिया। कुछ माह पूर्व नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि को शिकायत मिलने पर मौके पर पहुंचे और उन्होने दुकानदारों को अपनी सीमा में रहकर दुकान संचालन की बात कही थी, लेकिन दुकानदारों को समझाईश को दरकिनार कर अपनी दादागिरी दिखाते हुए सडकों पर अतिक्रमण का फैलाव जारी रखा।
मंगलवार दोपहर नपा और प्रशासन की टीम जेसीबी लेकर उक्त स्थान पर पहुंची और दुकानों से बाहर निकल रहे छज्जों को जेसीबी से गिराना शुरू किया वैसे ही पडोसी दुकानदार अपने डीन शेड को निकालने भीड गये, जिससे कारण करीब दो दुकानदारों के टीन शेड बच गये। अतिक्रमण हटाओं अमले ने दुकानों के बाहर सडक तक फैले करीब 5-6 फीट पक्के निर्माण को भी जेसीबी से हटाया। दुकानदारों की इतनी दादागिरी थी कि उन्होने सडक को अपने कब्जे में लेकर पक्का प्लास्टर कर वहां काउंटर व ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए पेंट, शर्ट व अन्य कपडे सजा रखे थे। अतिक्रमण हटाने के बाद मार्ग की सडक चौड़ी हो गईं, जिसकों लेकर लोगों ने प्रसन्नता जाहिर की है।
अमला देख दुकानदारों की सांसे फूंली
अतिक्रमण हटाओं अमले ने मंगलवार दोपहर जैसे ही जेसीबी के साथ सिद्वेश्वर कालोनी में प्रवेश किया। इस मार्ग के दुकानदारों की सांसे फूंलने लगी। अमला सीधे हॉटल हंसा के सामने नपा द्वारा निर्मित 6 दुकानों पर पहुंचा और कार्यवाही को अंजाम दिया। इस दौरान सिद्वेश्वर महादेव मंदिर के आस पास भी कई घुमटियां नाले के उपर संचालित होती है, वहां के कई दुकानदारों की धडकने तेज हो गई कि इस कार्यवाही के बाद कई जेसीबी का पंजा इधर ना चल जाय। हंसा हॉटल के सामने की कार्यवाही समाप्त होने के बाद जब अमला सीधे रवाना हुआ तब उनकी सांस सांस आई। अमले के लौटने के बाद मार्ग के कई व्यापारी आपस में बाते करते देखे गये की अभी तो बच गई लेकिन अपना नंबर भी आ सकता है।
शायद अमले को हलके में लिया
नगरपालिका और प्रशासन के अमले ने हॉटल हंसा के सामने फैले अतिक्रमण को हटाने के बाद पीठ घुमाई ही होगी और कुछ ही देर बाद मौके पर जमा लोगों के बीच कई तरह की बाते तैर कर सामने आई। इन बातों में यह बात भी सामने आई कि हप्तेभर बाद फिर से दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों के बाहर ओटलों का निर्माण कर टीन शेड लगा लेगे। इस बात में दम है तो लगता है शायद अतिक्रमण हटाओं अमले की कार्यवाही को हल्के में लिया है। वही कुछ लोगों का कहना था कि अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही आगे भी जानी थी और भी लोगों ने कुछ दुरी पर ही टीन शेड लगाकर सडक तक कब्जा जमा रखा है, उन पर भी कार्यवाही होनी चाहिये। अब देखना यह है कि हटाया गया अतिक्रमण यदी फिर से आकार लेने लगेगा तो क्या नपा प्रशासन इससे भी कठोर कार्यवाही करने का साहस जुटा पायेगा ?