शाम को छुटपुट बारिश ने उमस को और बढ़ाया, मानसून सक्रिय नहीं

उज्जैन:जिले में सोमवार को बादल छाए रहे। इससे लोगों को तेज धूप से राहत मिली, लेकिन उमस ने खूब परेशान किया। धूप नहीं निकलने से दिन का पारा दो से तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। उज्जैन में तापमान में 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया गया। आगामी 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। आगामी 24 घंटों तक कोई विशेष परिवर्तन नहीं व उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट की स्थिति बन सकती है।

वहीं शाजापुर जिले में बारिश ने शहरवासियों को अच्छी राहत दे दी है। वहां पर उमस और गर्मी से निजात मिल गयी है वहीं किसानों ने बोवनी के लिये खेतों की ओर रुख कर उसमें जुताई कर बोवनी की तैयारियां प्रारंभ कर दी है। शाजापुर जिले के अकोदिया, मोहन बड़ोदिया, आगर मालवा में बारिश ने लोगों को गर्मी से अच्छी राहत दे दी है। वहीं उज्जैन शहर में सोमवार की शाम को हल्की बूंदाबांदी ने उमस में और इजाफा कर दिया है।

जिससे लोगों की परेशानी और बढ़ गयी है। वहीं हल्की बारिश में ही बिजली की आंख मिचौली जनता और त्रस्त हो गयी है। बताया जाता है कि एक दो दिन में मानसून सक्रिय हो जायेगा। लेकिन अभी तो ऐसा लग रहा है कि मानसून सक्रिय नहीं हो रहा है। जिससे गर्मी से निजात मिलने की संभावना कम ही दिख रही है।जिले में सोमवार के बाद अधिकतम तापमान में गिरावट हो सकती है। 18 जून से जिले में वर्षा की गतिविधि होने की संभावना है। 18 जून से कुछ क्षेत्रों में मानसून सक्रिय होने की संभावना है। जिले का अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस सबसे कम न्यूनतम तापमान 26 सेल्सियस डिग्री रहा।

दो दिनों में सिस्टम तगड़ा बनने के आसार
दक्षिण पश्चिम मानसून अभी प्रदेश के बार्डर पर है बीते तीन दिन से उज्जैन जिले के कुछ इलाकों में मानसूनी हवाएं आने के बाद भी पूरी तरह से सक्रिय नहीं हुआ। अब अगले दो दिन में सिस्टम बनने की संभावना है। मानसून को आगे बढऩे के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनी हुई हैं। अगले चार-पांच दिनों में प्रदेश और कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून पहुंच सकता है। जिससे किसानों सहित प्रदेशवासियों को उमस और गर्मी से राहत मिलने की संभावना है।

बारिश की संभावना

मंगलवार को भी उज्जैन में 30 प्रतिशत बारिश होने का अलर्ट जारी किया है। कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ अंधड़ चलने की संभावना है। वहीं सोमवार को हल्की बूंदाबांदी से थोड़ा मानसून में बदलावा आया था लेकिन उमस में और इजाफा हो गया।

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