नयी दिल्ली 10 जून (वार्ता) वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी हैदराबाद में डंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी में कैडेट अधिकारियों के दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि होंगे तथा दीक्षांत परेड की समीक्षा करेंगे।
दीक्षांत समारोह का आयोजन 15 जून को होगा और इसमें वायु सेना की फ्लाइंग और ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं के कैडेटों को कमीशन प्रदान किया जायेगा।
समारोह में वायु सेना के अलावा नौसेना, तटरक्षक बल और मित्रवत देशों के अधिकारियों को भी सफलतापूर्वक उड़ान प्रशिक्षण पूरा करने पर कमीशन तथा पायलट की पहचान वाले ‘विंग्स’ लगाये जायेंगे। कठिन प्रशिक्षण के बाद मिलने वाले इस अवसर को किसी भी सैन्य एविएटर के करियर में सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव माना जाता है।
फ्लाइंग ब्रांच में ऑर्डर-ऑफ-मेरिट में प्रथम स्थान पर रहने वाले फ्लाइट कैडेट को समग्र प्रशिक्षण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए वायु सेना प्रमुख ‘स्वोर्ड ऑफ ऑनर’ और राष्ट्रपति की पट्टिका से सम्मानित किया जाएगा। इस कैडेट को परेड की कमान संभालने का भी विशेषाधिकार प्राप्त है। वायु सेना प्रमुख ग्राउंड ड्यूटी शाखाओं में समग्र योग्यता क्रम में प्रथम स्थान पाने वाले प्रशिक्षु को राष्ट्रपति की पट्टिका भी प्रदान करेंगे। इस मौके पर पिलाटस पीसी-7 एमके-एलआई, डोर्नियर, हॉक, किरण और चेतक विमानों द्वारा आकर्षक फ्लाई पास्ट किया जायेगा।
वायु सेना अकादमी, डंडीगल प्रमुख प्रशिक्षण प्रतिष्ठान के रूप में वायु सेना के पायलटों, ग्राउंड ड्यूटी और तकनीकी अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण का उद्गम स्थल है। तत्कालीन राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन ने 11 अक्टूबर 1967 को इसकी आधारशिला रखी थी।