छतरपुर। शहर का सबसे भीड़भाड़ वाला छत्रसाल चौराहा इन दिनों भारी ट्रैफिक अव्यवस्था का केंद्र बन गया है। चौक बाजार, रेलवे स्टेशन, जिला न्यायालय और बस स्टैंड जैसे प्रमुख मार्गों को जोड़ने वाला यह चौराहा दिनभर जाम की चपेट में रहता है। स्थिति ऐसी कि वाहनों का बिना टकराए निकलना मुश्किल हो रहा है और लोगों की परेशानी लगातार बढ़ती जा रही है।
सिग्नल बंद, इसलिए प्रशासन के सारे सुधार बेअसर
अव्यवस्था को कम करने के लिए प्रशासन ने कई कदम उठाए—पुलिस चौकी हटाई, सड़क चौड़ी कराई, पुराना सिविल सर्जन ऑफिस हटाया, गार्डन तैयार किया, नो-पार्किंग जोन बनाए और बिजली दफ्तर वाली लाइन में लगी गुमटियां हटाकर रास्ता साफ किया। लेकिन चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल बंद होने के कारण सभी प्रयास नाकाम साबित हो रहे हैं। चारों दिशाओं—कोर्ट रोड, महल रोड, पन्ना नाका और आकाशवाणी तिराहा—से आने वाले वाहन चौराहे पर एक-दूसरे से उलझ जाते हैं।
ई-रिक्शा व ऑटो स्टैंड न होने से स्थिति और बदतर
चौराहे के पास ई-रिक्शा और ऑटो के लिए कोई निर्धारित स्टैंड नहीं है। चालक मनमाने तरीके से जहां चाहें वहीं यात्रियों को चढ़ा-उतार रहे हैं। इससे चौराहा ब्लॉक हो जाता है।
स्कूल–कॉलेज के समय सुबह 10–11 बजे और शाम 5 बजे जाम अपने चरम पर पहुंच जाता है। ऊपर से मालवाहक वाहनों का सीधा प्रवेश स्थिति को और बिगाड़ देता है।
स्थानीय लोगों की मांग: सिग्नल चालू करो, स्टैंड बनाओ
लोगों का कहना है कि, उचित पार्किंग व्यवस्था, ई-रिक्शा/ऑटो स्टैंड बनाए जाए साथ ही सख्त अतिक्रमण हटाओ
और सबसे अहम—ट्रैफिक सिग्नल को दोबारा चालू करो
अगर ये व्यवस्था लागू हो जाएं, तो जाम आधे से ज्यादा कम हो सकता है।
ट्रैफिक प्रभारी का बयान: सिग्नल एक्टिवेशन प्राथमिकता में
ट्रैफिक प्रभारी बृहस्पति साकेत ने बताया कि प्रशासन इस समस्या पर गंभीर है। जल्द ही सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे और बंद पड़े ट्रैफिक सिग्नल को दोबारा सक्रिय करने की प्रक्रिया भी प्राथमिकता में है। शहरवासी उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही छत्रसाल चौराहा राहत की सांस लेगा।
