पुलिस अफसर बनकर फोन से पैसा मांगने की कोशिश, तहसीलदार की सजगता से ठगी का मामला नाकाम
सीधी :सायबर फ्रॉड का मामला लगातार बढ़ता ही जा रहा है। सायबर फ्रॉडों द्वारा बड़े-बड़े अधिकारियों को भी झांसा देने का प्रयास किया जा रहा है। कुछ इसी तरह से सायबर फ्रॉड का शिकार बनाने का प्रयास सीधी जिले के रामपुर नैकिन तहसीलदार नितिन जोध के साथ भी किया गया। यह मामला 14 मई 2024 को 8:01 बजे का है।
सायबर फ्रॉड ने अपना परिचय बेंगलुरू के पुलिस अधिकारी के रूप में देते हुए कहा कि आपका बेटा कहां है। जब बताया गया कि बेंगलुरू में। तो कॉलर में कहा कि क्या आपको पता है उसने क्या किया है। तहसीलदार के इंकार करने पर कॉलर ने कहा कि आपका बेटा जेल में है उसके दो और दोस्तो ने मिलकर एक लडक़ी का रेप किया फिर बेरहमी से हत्या कर दी। यह सुनकर तहसीलदार कुछ देर के लिए घबरा गए और दिमाग भी सन्न हो गया कि क्या मेरा बेटा ऐसा कर सकता है।
उस दौरान उनके बगल में बैठे भूपेन्द्र मिश्रा ने तहसीलदार को देखा और मोबाइल नम्बर को भी परखते हुए इशारा किया कि यह नम्बर फ्रॉड है। यह सुनकर तहसीलदार को तसल्ली हुई। तभी कॉलर की आवाज गूंजी और उसने कहा कि आपने उसे ऐसे संस्कार दिए हैं। तब तक संभल चुके तहसीलदार श्री जोध ने कहा कि मेरा नम्बर आपको कहां से मिला। तो कॉलर ने कहा कि आपके बेटे की पिटाई करते समय उसने कहा कि मेरे पापा को फोन लगाओ वह मुझे बचा लेंगे। क्या आप उसको बचाना चाहते हैं। श्री जोध ने कहा कि आप उससे मेरी बात कराइये या वीडियो कॉलिंग कराइये। तो कॉलर का कहना था कि हमारे अधिकारियों ने ऐसा करने से मना किया है।
कॉलर ने कहा कि क्या आप उसे बचाना चाहते हो, तो तहसीलदार श्री जोध ने कहा कि बिल्कुल भी नहीं बचाना चाहता। अगर किसी ने ऐसा जुर्म किया है तो उसकी सजा उन्हें मिलना ही चाहिए। आप उनके खिलाफ कार्यवाही जरूर करें। यह सुनते ही कॉलर ने फोन काट दिया। बाद में श्री जोध ने अपने बच्चे को कॉल किया तो उसके द्वारा मोबाईल अटेंड नहीं किया जा रहा था। फिर उसके दोस्तों को कॉल किया तो बताया गया कि अंकल वह लैब में है। इसलिए मोबाईल साइलेंट होगा और बात नहीं कर रहा होगा। तहसीलदार श्री जोध ने तब बेटे को व्हाट्सएप पर मैसेज किया अर्जेंट कॉल मी। बेटे ने तुरंत फोन किया और उससे बात हुई। उसे भी ऐसी घटना से वाकिफ कराया। फिर पुलिस अधिकारी को सारी बात बताई। इस घटना के साथ ही जिले में अन्य कई लोगों को इसी तरह के कॉल बेटे को लेकर आ रहे हैं। जिसमें पुलिस अधिकारी बनकर फॉड करने वाले व्यक्ति द्वारा पैसे की डिमांड की जाती है और लाखों रुपए तत्काल ट्रांसफर करने को कहा जाता है।
फॉल्स फोन कॉल से सावधान रहें लोग: नितिन
रामपुर नैकिन तहसीलदार नितिन जोध ने चर्चा के दौरान कहा कि अननोन नंबर से आने वाले फोन कॉल एवं व्हाट्सएप कॉल को लेकर सभी लोग सजग रहें। ऐसे अननोन कॉल में प्रलोभन दिया जाता है या फिर डराया जाता है। यदि लोग ऐसे फ्रॉड कॉल सच मान लेते हैं तो वह बड़े सायबर फ्रॉड के शिकार हो जाते हैं। सायबर फ्रॉड इतने शातिर होते हैं कि वह कम समय में ही सामने वाले को सोचने का मौका नहीं देते और अपनी बात को तत्काल मनवाने का प्रयास करते हैं। उनके द्वारा यह दबाव बनाया जाता है कि वह जो कुछ कह रहे हैं वह पूरी तरह से सही है। यदि व्यक्ति अपना मानसिक संतुलन कायम रखे और सायबर फ्रॉड के झांसे में न आए तो वह आसानी से सायबर फ्रॉड का शिकार होने से बच सकते हैं। मेरी सभी लोगों से अपील है कि अननोन कॉल पर किसी तरह का यकीन न करें और सोशल मीडिया में आने वाली अनजान लिंक को टच न करें। सजगता ही सायबर फ्रॉड से बचने का उपाय है।
सायबर फ्राड से बचने जागरूकता की उपाय: डॉ.रवीन्द्र
पुलिस अधीक्षक डॉ.रवीन्द्र वर्मा द्वारा लोगों को सायबर फ्रॉड से बचने के लिए लगातार जागरुक करने का प्रयास किया जा रहा है। श्री वर्मा के अनुसार सायबर फ्रॉड से बचने के लिए जागरुकता ही उपाय है। सायबर फ्रॉड लोगों को झांसा देने के लिए कम समय में ही पूरा प्रयास करते हैं। यदि व्यक्ति उनकी बातों में फंसकर उनके कहे अनुसार काम करता गया तो भारी चपत लग सकती है। सायबर फ्रॉड लोगों को फंसाने के लिए नए-नए तरीके अजमाते हैं। जब कोई भी तरीका लोगों के बीच काफी चर्चित हो जाता है तो वह उसको बंद करके नया तरीका अपनाना शुरू कर देते हैं। ऐसे में सभी लोगों से अपील है कि वह अनजान व्यक्ति के आए फोन कॉल, व्हाट्सएप कॉल पर कतई विश्वास न करें और न ही उनके कहे अनुसार कोई भी राशि ट्रांसफर करें। यदि इस तरह के फर्जी कॉल आते हैं तो इसकी सूचना नजदीकी पुलिस थाना में जरूर दें।