शाजापुर-देवास से आज तक किसी सांसद को नहीं बनाया गया मंत्री
शाजापुर, 5 जून. इंदौर को छोडक़र मालवा में सबसे बड़ी जीत का सेहरा बंधवाने वाले नवनिर्वाचित सांसद बन गए महेंद्र सोलंकी. शाजापुर संसदीय क्षेत्र से केवल कांग्रेस दो बार चुनाव जीती है. अभी तक चार दशकों में भाजपा ही यहां से चुनाव जीतती रही है, लेकिन किसी भी सांसद को देवास संसदीय क्षेत्र से मंत्री पद नहीं मिला. थावरचंद गेहलोत को मंत्री बनाया गया था, तो वे लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा से बने थे. अजा-अजजा वर्ग के महेंद्र सोलंकी को इस बार मोदी कैबीनेट में जगह मिल सकती है.
गौरतलब है कि मध्यप्रदेश के 29 सीटों में भाजपा को सफलता मिली, लेकिन अजा-अजजा वर्ग को प्रतिनिधित्व देने के लिए महेंद्र सोलंकी का भी नाम राजनीतिक हलकों में है. क्योंकि टीकमगढ़ सांसद वीरेंद्र खटिक लंबे समय से सांसद और मंत्री रहे हैं. मंडला से फग्गन सिंह कुलस्ते मंत्री रह चुके हैं, लेकिन अब इन दोनों सांसदों को मोदी कैबीनेट में संभवत: जगह मिलने की संभावना कम है. प्रदेश से अजा-अजजा वर्ग के लिए महेंद्र सोलंकी को मोदी कैबीनेट में जगह मिल सकती है, क्योंकि जज की नौकरी छोडऩे के बाद वे दूसरी बार सांसद बने हैं. हालांकि इस दौड़ में उज्जैन के सांसद अनिल फिरोजिया का भी नाम है, लेकिन उज्जैन से मुख्यमंत्री मिलने के कारण अनिल फिरोजिया का कैबीनेट में शामिल होना थोड़ा कठिन लग रहा है.
देवास-शाजापुर संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद लगातार चुनाव जीतते रहे हैं, लेकिन किसी भी सांसद को मंत्री मंडल में शामिल नहीं किया गया. यहां तक कि अटल बिहार वाजपेयी सरकार में भी देवास-शाजापुर से प्रतिनिधित्व नहीं मिला. चार बार फूलचंद वर्मा, चार बार थावरचंद गेहलोत, एक बार मनोहर ऊंटवाल सांसद बने. जिसमें थावरचंद गेहलोत लोकसभा चुनाव हारने के बाद राज्यसभा से मंत्री बने थे. इसलिए हो सकता है कि मप्र से अजा-अजजा वर्ग को प्रतिनिधित्व देने के लिए महेंद्र सोलंकी को मोदी कैबीनेट में जगह मिल सकती है.
क्यों मिलना चाहिए कैबीनेट में जगह….
2019 लोकसभा चुनाव में जज की नौकरी से त्याग पत्र देकर पहली बार सांसद बने महेंद्र सोलंकी कट्टर सनातनी पथ पर अग्रसर हैं. कट्टर सनातनी छवि के कारण ही उन्हें पार्टी ने दूसरी बार टिकट दिया और इस बार भी उन्होंने जीत का इतिहास रचा. अजा-अजजा वर्ग से आने वाले महेंद्र सोलंकी मोदी कैबीनेट में इस बार जगह पा सकते हैं. क्योंकि मालवा और पूरे प्रदेश में मोदी सरकार में अजा-अजजा वर्ग को मंत्री बनाने के लिए महेंद्र सोलंकी भी प्रबल नाम हैं.
दोनों बार रिेकॉर्ड मतें से जीते….
2019 का चुनाव भी महेंद्र सोलंकी साढ़े तीन लाख से अधिक वोटों से जीते थे. ये उस चुनाव की सबसे बड़ी जीत थी. 2024 के चुनाव में देवास-शाजापुर संसदीय क्षेत्र से अब तक की सबसे बड़ी जीत दर्ज की है. लगभग 4 लाख 25 हजार वोटों से महेंद्र सोलंकी को जीत मिली है. लगातार सक्रिय और कोविड काल में क्षेत्र के लोगों के लिए जो प्रयास किए, उसी का परिणाम है कि 2024 के चुनाव में मोदी फैक्टर के बावजूद भी सोलंकी को अच्छे मत मिले.