पुरानी जल संरचनाओं का जिर्णोद्धार व मरम्मत का कार्य होगा
कलेक्टर ने की आमजन से अभियान में जुडऩे की अपील
खरगोन. विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 5 जून से खरगोन जिले में जल गंगा संवर्धन अभियान प्रारंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत जिले के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधा रोपण करने के साथ में जल स्त्रोतों, नदियों, नालों एवं बावडिय़ों की सफाई भी की जाएगी।
कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा ने जिले की जनता से अपील की है कि मानव जीवन के सुरक्षित भविष्य के लिए पर्यावरण संरक्षण एवं जल संवर्धन के इस अभियान में अधिक से अधिक संख्या में शामिल हो। पेड़ों की निरंतर कटाई होने से हमारा पर्यावरण संतुलन तेजी से बिगड़ रहा है। इसी का परिणाम है कि आज हमें तेज गर्मी का सामना करना पड़ रहा है। हमारे पेयजल स्त्रोत सुखने लगे हैं। पर्यावरण संतुलन को बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पौधे लगाने के साथ ही उनके संरक्षण की जरूरत है। जिससे हमारी आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित बन सकेगा। उन्होंने जनता से अपील की है कि यदि उनके क्षेत्र में कोई एतिहासिक जल संरचना हो तो उसके संरक्षण के लिए संबंधित ग्राम पंचायत या नगरीय निकाय को सूचित करें।
उल्लेखनीय है कि पर्यावरण संरक्षण एवं जल संवर्धन के लिए 05 जून से प्रारंभ किये गए जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जिले में अधिक से अधिक पौधे लगाएं एवं उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का कार्य किया जाएगा। इस अभियान के अंतर्गत जल स्त्रोतों जैसे कुएं, बावड़ी, नदी-नालों आदि की सफाई की जाएगी। शासकीय कार्यालयों में भी पौधारोपण के साथ ही जल निकासी के स्थान पर सोखपीट गड्ढे बनाएं जाएंगे।
इस अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा योजना से निर्मित 05 वर्षों या अधिक पुरानी जल संरचनाओं का जिर्णोद्धार एवं मरम्मत करने के लिए कार्यों की सूची तैयार की गई है। इस अभियान के अंतर्गत 05 जून को जिले के सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय क्षेत्रों में कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।